Muzaffarnagar News- मुजफ्फरनगर में पुलिस सिपाही चंद्र प्रकाश
ने सहायक अध्यापक धर्मेंद्र कुमार की गोली मारकर निर्मम
हत्या कर दी। सहायक अध्यापक, सिपाही के साथ यूपी बोर्ड की कॉपियां प्रदेश के विभिन्न
जिलों में जमा कराने के लिए वाराणसी से मुजफ्फरनगर निकले थे। घटना को लेकर प्रदेश भर के शिक्षकों में
आक्रोश है। मुजफ्फरनगर और लखनऊ में सरकारी स्कूलों पर ताला लगा कर शिक्षकों
ने कार्य बहिष्कार कर दिया है। आरोप है कि सिपाही नशे की हालत में था और बार-बार
तम्बाकू की मांग कर रहा था। फिलहार उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। शिक्षकों ने घटना की निष्पक्ष जांच और सुरक्षा व्यवस्था की मांग की है।
यह भी पढ़ें- Lok Sabha Election: दिल्ली से लखनऊ तक चुनावी दौड़ तेज, बंसल के बाद अब सीएम योगी से मिलीं अपर्णा यादव
यूपी बोर्ड की कॉपियां को विभिन्न प्रदेशों में जमा कराने जा रहे सहायक अध्यापक धर्मेंद्र कुमार की पुलिस सिपाही ने गोली मार कर हत्या कर दी। आरोपी सिपाही को शिक्षकों और यूपी बोर्ड की कॉपियां की सुरक्षा में लगाया गया था। शिक्षक साथी की हत्या के बाद से प्रदेश भर के शिक्षकों में नाराजगी है। शिक्षकों का कहना है कि सिपाही नशे की हालत में था और वह बार-बार
सहायक अध्यापक धर्मेंद्र कुमार से तम्बाकू की मांग कर रहा था। उसने जब तम्बाकू देने
से मना कर दिया, तो दोनों में विवाद हो गया। इसकी शिकायत सहायक अध्यापक ने मोबाइल पर
आगे बैठे दरोगा से की। मामले की जानकारी पर जब तक दरोगा केबिन से उतरकर पीछे आते इसी
बीच सिपाही ने सहायक अध्यापक पर कार्बाइन से ताबड़तोड़ गोलियां बरसा कर उनकी हत्या
कर दी।
पुलिस अधीक्षक सत्यनारायण प्रजापति
ने बताया कि रविवार को शिक्षक धर्मेंद्र
कुमार, संतोष कुमार, दो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों जितेंद्र
मौर्या और कृष्ण प्रताप के साथ वाहन से यूपी बोर्ड की कॉपियां प्रदेश के विभिन्न
जिलों में जमा कराने के लिए वाराणसी से 14 मार्च को निकले
थे। सुरक्षा के मद्देनजर उनके साथ उपनिरीक्षक नागेंद्र चौहान व
मुख्य आरक्षी चंद्रप्रकाश को भेजा गया था। रास्ते में प्रयागराज, शाहजहांपुर, पीलीभीत, मुरादाबाद, बिजनौर में कॉपियां जमा कराते हुए 17 मार्च की रात मुजफ्फरनगर पहुंचे थे।सोमवार की रात
करीब 1:30 बजे कंटेनर कॉपियां कॉलेज पहुंची। कॉलेज का गेट बंद होने के
कारण कंटेनर को बाहर खड़ाकर सभी आराम करने लगे। ड्राइवर के केबिन में दरोगा व एक अन्य अध्यापक थे। जबकि पीछे मुख्य आरक्षी चंद्रप्रकाश, सहायक अध्यापक धर्मेंद्र कुमार और दो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी
आराम कर रहे थे।