नई दिल्ली: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की भाभी व झारखंड मुक्ति मोर्चा की पूर्व विधायक सीता सोरेन ने मंगलवार को BJP का दामन थाम लिया। भाजपा कार्यालय में झारखंड बीजेपी के प्रभारी व राज्यसभा लक्ष्मीकांत वाजपेयी और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े ने सीता सोरेन को भाजपा की सदस्यता दिलाई।
बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करने के बाद सीता सोरेन ने कहा कि “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, जेपी नड्डा और अमित शाह पर भरोसा जताते हुए वे भाजपा में शामिल हुईं हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने झारखंड के आदिवासी लोगों के लिए कई कल्याणकारी योजनाओं की शुरुआत की है। उन्होंने कहा कि उन्हें झारखंड को अधिक रफ्तार से विकास के पथ पर ले जाना है। इसलिए झारखंड में बदलाव की जरूरत है।”
भाजपा में शामिल होने के बाद सीता सोरेन ने कहा कि उन्होंने 14 सालों तक जेएमएम के लिए काम किया। लेकिन, उन्हें कभी भी पार्टी से वह सम्मान नहीं मिला, जिसकी वे हकदार थीं। वह जेएमएम में उपेक्षित महसूस कर रही थीं। इसके कारण उन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया। सीता ने आरोप लगाया कि हमारे और हमारे परिवार के खिलाफ साजिश रची जा रही है।
सीता सोरेन ने आगे कहा कि मेरे स्वर्गीय पति दुर्गा सोरेन झारखंड आंदोलन के अग्रणी योद्धा थे। उनका निधन होने के बाद, मैं और मेरा परिवार उपेक्षा का शिकार होता रहा है। उन्होंने कहा कि पार्टी और परिवार के द्वारा हमें अलग-थलग रखा गया। जिसका मुझे दर्द है। झारखंड मुक्ति मोर्चा को मेरे पति दुर्गा सोरेन ने बहुत त्याग और समर्पण करके बनाया था। सीता सोरेन ने जेएमएम के शीर्ष नेतृत्व पर आरोप लगाते हुए कहा कि जिन उद्देश्यों को लेकर मेरे पति ने पार्टी बनाई थी, अब उनको पार्टी चलाने वाले लोग भूल चूके हैं।