मध्य प्रदेश के धार जिले में स्थित भोजशाला परिसर में ASI के सर्वे का आज 26 मार्च को 5वां दिन है। मंगलवार होने की वजह से यहां हिंदू समाज की ओर से हनुमान चालीसा का पाठ किया गया। इसमें काफी संख्या में आए श्रद्धालुओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। बता दें कि ASI की टीम 22 मार्च से भोजशाला का सर्वे करने में जुटी हुई है।
मंगलवार को श्रद्धालुओं में दिखा जबरदस्त उत्साह
दरअसल, साल 2003 में बनाई गई एक व्यवस्था के अनुसार, भोजशाला में हिंदू समाज के लोग मंगलवार को सूर्योदय से सूर्यास्त तक परिसर में पूजा करते हैं, जबकि मुस्लिम समाज के लोग शुक्रवार को दोपहर में परिसर में आ सकते हैं। आज मंगलवार होने के कारण बड़ी संख्या में हिंदू श्रद्धालु हनुमान चालीसा का पाठ करने के लिए भोजशाला आए थे। इस दौरान श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह देखा गया। महिला श्रद्धालुओं ने भोजशाला के बाहर बने ज्योति मंदिर में नाच गाकर सर्वे प्रक्रिया का स्वागत किया। हिंदू श्रद्धालुओं का मानना है कि सर्वे से मंदिर का मार्ग खुलेगा।
ASI सर्वे का पांचवां दिन
सर्वे के 5वें दिन यानि मंगलवार की सुबह ASI की टीम भोजशाला परिसर पहुंची। खबरों के अनुसार चार स्थानों पर उत्खनन का कार्य हो रहा है। संभावना है कि इसमें हिंदू प्रतीक चिह्न मिल सकते हैं, इसी के मद्देनजर यह उत्खनन विशेष माना जा रहा है। दरअसल इंदौर हाईकोर्ट के आदेश के बाद भोजशाला में ASI सर्वे का कार्य शुरू हुआ है और 6 हफ्तों में इसकी रिपोर्ट कोर्ट को देनी है। सर्वे दोनों पक्षों की मौजूदगी में हो रहा है। 22 मार्च से भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) की एक टीम मध्य प्रदेश के धार जिले में स्थित भोजशाला का सर्वे कर रही है।
अब तक के सर्वे में क्या-क्या हुआ
भोजशाला को अंदर और बाहर से नापा गया
भोजशाला के अंदर और बाहर से मिट्टी के सैंपल लिए गए
खुदाई करके निकाले गए पत्थरों के सैंपल लिए गए, ताकि भोजशाला की उम्र का पता लगाया जा सके
भोजशाला के अंदर मौजूद पत्थरों पर मौजूद कलाकृतियों को रिकॉर्ड किया गया और उनके सबूत लिए
भोजशाला के बाहरी हिस्से में अबतक 6 फीट तक के गड्डे खोदे गए हैं, जिससे मिट्टी और पत्थर निकाले गए
भोजशाला के बाहर कमाल मौला मस्जिद तक मार्किंग की गई