मुक्केबाजी से राजनीति में कदम रखने वाले विजेंदर सिंह ने कांग्रेस का हाथ छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया है। बुधवार को विजेंदर सिंह ने नई दिल्ली के बीजेपी मुख्यालय पर भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। बीजेपी महासचिव विनोद तावड़े, दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता और दक्षिणी दिल्ली से पार्टी के उम्मीदवार रामवीर सिंह बिधूड़ी की मौजूदगी में विजेंदर सिंह ने बीजेपी ज्वाइन की।
2019 में ज्वाइन की थी कांग्रेस पार्टी
विजेंदर सिंह ने 2019 में कांग्रेस पार्टी ज्वाइन की थी और लोकसभा का चुनाव लड़ा था, लेकिन इसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। कांग्रेस ने उन्हें दक्षिणी दिल्ली से प्रत्याशी बनाया था। विजेंदर सिंह जाट समुदाय से आते हैं। इस समुदाय का हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान में बड़ी संख्या में सीटों पर राजनीतिक प्रभाव है।
2008 के बीजिंग ओलंपिक में जीता था कांस्य पदक
विजेंदर सिंह को साल 2009 में राजीव गांधी खेल रत्न से पुरस्कृत किया गया था। उन्होंने 2008 के बीजिंग ओलंपिक में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रचा था। वे इन खेलों में पदक जीतने वाले पहले भारतीय मुक्केबाज थे। विजेंदर सिंह बीजिंग ओलंपिक्स में पदक जीतने वाले दूसरे भारतीय एथलीट थे। उन्होंने कई अन्य अंतर्राष्ट्रीय स्पर्धाओं में भी देश के लिए पदक जीते हैं। उन्होंने 2006 और 2014 के राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक और 2010 खेलों के संस्करण के साथ-साथ 2009 विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक भी जीते थे।
हरियाणा सरकार ने दिया था उन्हें डीएसपी का पद
पूर्व की भूपेंद्र हुड्डा सरकार ने बॉक्सिंग में विजेंदर सिंह की उपलब्धियों के चलते उन्हें सम्मान स्वरूप हरियाणा पुलिस में डीएसपी का पद दिया था। साल 2008 में विजेंदर सिंह ने बीजिंग ओलंपिक में कांस्य पदक जीता था। इसके बाद हुड्डा सरकार ने उन्हें एचपीएस बनाया था। साल 2015 में पेशेवर मुक्केबाज बनने के दौरान भी उनके डीएसपी पद को लेकर विवाद खड़ा हुआ था, लेकिन उन्हें डीएसपी स्पोर्ट्स के पद पर बरकरार रखा गया था। भारत के उस समय के सबसे कामयाब मुक्केबाजों में शुमार विजेंदर सिंह ने अपने एमेच्योर करियर को तौबा करते हुए प्रोफेशनल मुक्केबाज बनने का फैसला किया था।