ऊधमसिंह नगर के नानकमत्ता गुरुद्वारे के डेरा कारसेवा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की हत्या के मामले में उत्तराखंड पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मुठभेड़ में एक आरोपी को मार गिराया है। जबकि दूसरा आरोपी भागने में कामयाब हो गया। फिलहाल पुलिस फरार आरोपी की तलाश में जुटी है।
जानकारी के अनुसार, मंगलवार को उत्तराखंड एसटीएफ और हरिद्वार पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए शार्प शूटर अमरजीत सिंह उर्फ बिट्टू को भगवानपुर इलाके में मुठभेड़ के दौरान ढेर कर दिया, वहीं उसका साथी फरार हो गया।
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शूटर अमरजीत पर दर्ज थे 16 से ज्यादा मामले
बता दें कि बाबा तरसेम सिंह पंजाब और तराई के इलाकों में सिखों के सिरमौर माने जाते थे। उनकी हत्या की जिम्मेदारी तरन तारन के गांव मियाविंड के रहने वाले सरबजीत सिंह ने ली थी। वहीं तरसेम सिंह की हत्या करने वाले शूटर अमरजीत के खिलाफ 16 से ज्यादा मामले दर्ज थे। उत्तराखंड के डीजीपी अभिनव कुमार ने बताया कि बाबा तरसेम सिंह की हत्या के बाद से राज्य पुलिस और एसटीएफ लगातार दोनों आरोपियों की तलाश में जुटे थे।
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, 28 मार्च 2024 को ऊधमसिंह नगर के नानकमत्ता गुरुद्वारे के डेरा कारसेवा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह सुबह करीब सवा 6 बजे के आसपास रोज की तरह अपने डेरे में कुर्सी पर बैठे आराम कर रहे थे। तभी दो लोग बाइक पर सवार होकर डेरे के अंदर आते हैं और बाबा तरसेम सिंह पर काफी करीब से एक के बाद एक ताबड़तोड़ गोलियां चलाते हैं। ये सब कुछ इतनी जल्दी होता है कि बाबा तरसेम सिंह को संभलने का मौका नहीं मिलता। हालांकि गोली लगने के बाद भी वो अपनी कुर्सी से उठने की कोशिश करते हैं, लेकिन बाइकसवार हमलावर फिर से अपनी बाइक घुमाकर उनपर एक गोली और चला देते हैं, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो जाती है।