MBBS में दाखिला लेने के 26 साल बाद भी परीक्षा पास न कर पाने वाले छात्रों पर अब किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) ने कार्रवाई शुरू कर दी है। विश्विद्यालय ने ऐसे चार छात्रों को कैंपस से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। कार्यपरिषद से अनुमति मिलने के बाद चारों छात्रों का दाखिला रद कर दिया गया है। पिछले साल KGMU ने इसकी नियमावली तैयार की थी और उसी के आधार पर इन्हें निकाला गया गया।
मिली जानकारी के मुताविक, KGMU प्रशासन ने जिन छात्रों को निकाला हैं उसमें एक छात्र ने 1997 में दाखिला लिया था, जबकि एक 1999, एक 2001 और एक छात्र 2006 बैच का है। बता दें KGMU में अब तक MBBS परीक्षा पास करने के लिए अधिकतम अवधि निर्धारित नहीं थी, इसी वजह से ये छात्र हर साल परीक्षा फॉर्म भरकर परीक्षा में शामिल हो जाते थे। दो साल पहले ऐसे 37 छात्रों को चिह्नित किया गया और उन्हें परीक्षा पास कर MBBS पूरा करने का मौका दिया गया। इनके लिए अतिरिक्त कक्षाओं की भी व्यवस्था की गई।
हालांकि KGMU ने एक शर्त यह भी जोड़ी थी कि अब छात्रों को क्लास करनी होगी। पुराने छात्र जब तक एक साल तक क्लास नहीं करेंगे तब तक उन्हें परीक्षा में शामिल नहीं किया जाएगा। ऐसे में जो छात्र नई नियमावली के तहत पढ़ाई नहीं कर रहे थे अब KGMU ने उन पर कार्रवाई शुरू कर दी है जिसके तहत चार छात्रों का दाखिला निरस्त किया गया है।
यह है नियम
नैशनल मेडिकल कमिशन NMC के नए नियमों के मुताबिक KGMU में कंप्लीशन कोर्स को मंजूरी दी गई है। इसके तहत MBBS पास करने की अधिकतम आयु दस साल रखी गई है। साथ ही एक साल तक अगर छात्र क्लास न करें तो उनका दाखिला रद्द कर दिया जाएगा। दाखिला रद्द करने से पहले उन्हें क्लास के लिए पत्राचार करने का भी नियम है। इसके अलावा जिस साल परीक्षा देने आएंगे उस साल का सिलेबस पढ़ना होगा, दाखिला चाहे जब का हो। इसके अलावा चार साल तक लगातार फेल होने पर दाखिला निरस्त कर दिया जाएगा।