उत्तर प्रदेश की योगी सरकार विभागों में किन्ही फ़ाइलों को लंबित न रखने का आदेश दे चुकी है। वहीं मुख्यमंत्री योगी ने साफ तौर पर आउट्सोसिंग कर्मचारियों के वेतन भुगतान में देरी न करने के निर्देश दिए थे। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत संविदाकर्मियों को तोहफा दिया है।
सूबे के स्वास्थ्य महकमें के मुखिया व उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक की पहल पर विभाग में कार्यरत आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को दो माह का सेवा विस्तार दिया गया है। उप मुख्यमंत्री के निर्देश पर नेशनल हेल्थ मिशन (NHM) की निदेशक ने आदेश जारी कर दिया है। गौरतलब है कि प्रदेश के 53 जिलों में BSL-2 प्रयोगशाला में NHM की तरफ से आउटसोर्सिंग पर कर्मचारी तैनात हैं।
वहीं, प्रदेश भर में सरकारी अस्पतालों में भी ऐसे कर्मचारी कार्यरत हैं। इनमें पैरामेडिकल स्टाफ, लैब टेक्नीशियन, जनरेटर चालक, चतुर्थ श्रेणी समेत अन्य कर्मचारी शामिल हैं। तय सीमा के अनुसार आउटसोर्स कर्मचारियों की सेवाएं भी 01 अगस्त 2023 को समाप्त हो गई हैं। इसी को लेकर संविदा कर्मचारियों ने सेवा विस्तार के लिए उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक से अर्जी लगाई थी।
विषय की गंभीरता को देखते हुए उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कर्मचारियों को 2 माह का सेवा विस्तार देने का फैसला लिया। इससे पहले भी उपमुख्यमंत्री के निर्देश पर आउटसोर्स कर्मचारियों को सेवा विस्तार मिल चुका है। इस बार अगस्त और सितंबर माह तक सेवा विस्तार दिया गया है।
आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को सेवा विस्तार देने के साथ ही उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि ‘आउटसोर्सिंग पर तैनात कर्मचारियों का अहित नहीं होने दिया जाएगा। सरकार कोविड के दौरान आउटसोर्सिंग पर तैनात कर्मचारियों के भविष्य को लेकर फिक्रमंद है। उनकी सेवाओं को ध्यान में रखकर सरकार आगे कोई कदम उठाएगी।