भारतीय
वायु सेना ने परीक्षण के लिए कुछ मात्रा में इजरायली स्पाइक एनएलओएस एंटी-टैंक
गाइडेड मिसाइल की डिलीवरी ली है। फायरिंग परीक्षणों के लिए इसे एमआई-17 वी5 हेलीकॉप्टर के साथ एकीकृत किया जाएगा। बाद में इसे अन्य भारतीय अटैक
हेलीकॉप्टरों पर भी लैस किए जाने की योजना है। स्पाइक एनएलओएस जमीनी, विमानन और समुद्री प्लेटफार्मों के साथ एकीकरण करने में सक्षम है।
इजरायली
स्पाइक एनएलओएस एक बहुउद्देशीय, इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल/इन्फ्रारेड मिसाइल प्रणाली है। फिलहाल इसकी रेंज 32
किलोमीटर है, इसलिए भारतीय सेनाएं इसे ”मेक इन इंडिया” के जरिए बड़ी मात्रा में चाहती हैं।
स्पाइक एनएलओएस को जमीन, विमानन या समुद्री प्लेटफार्मों के
साथ एकीकृत किया जा सकता है, जबकि ऑपरेटर दूर के या भौगोलिक
रूप से छिपे हुए लक्ष्यों पर लाइन-ऑफ-विजन के बिना हमला करने की अपनी स्टैंड-ऑफ
क्षमता का लाभ उठा सकते हैं।
स्पाइक
मिसाइलों का उपयोग इजरायल के अलावा अन्य 38 देशों के रक्षा बल कर रहे हैं, जिनमें लातविया, स्लोवेनिया, स्लोवाकिया,
यूके, फिलीपींस, सिंगापुर,
नीदरलैंड, रोमानिया, चिली,
कोलंबिया, फिनलैंड, जर्मनी,
पोलैंड, इटली, पेरू,
स्पेन, बेल्जियम, ब्राजील,
कनाडा, इक्वाडोर, एस्टोनिया
और लिथुआनिया शामिल हैं।