मुरादाबाद में श्रावण मास के पांचवें सोमवार पर जिले के शिव मंदिरों में जलाभिषेक के लिए श्रद्धालुओं की काफी संख्या में भीड़ उमड़ी। भोले बाबा के जयघोषों से शिवालय गूंज उठे। प्राचीन सिद्धपीठ चौरासी घंटा मंदिर व झारखंडी शिव मंदिर में कांवर चढ़ाने के लिए काफी संख्या में कांवड़ बेड़े और डाक कांवड़ पहुंची।
सोमवार को सुबह से ही महानगर के सभी सिद्ध पीठ व अन्य मंदिरों में श्रद्धालुओं की कतारें लगी रहीं। भक्तों ने भगवान भोलेनाथ की दूध, दही, बेलपत्र, धतूरा और शहद से पूजा अर्चना की और व्रत रखकर संकल्प लिया। हरिद्वार और ब्रजघाट से गंगाजल लेकर आए शिवभक्तों के बेड़ों ने गंगाजल व डाक कांवड़ चढ़ाकर पुण्य कमाया। सुबह पूजा अर्चना व जल अभिषेक के साथ भक्तों ने सोमवार का व्रत रखा है। विभिन्न मंदिरों में महिला संकीर्तन मंडली के द्वारा संकीर्तन किया गया, भजन गाये गए। मंदिरों में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस प्रशासन भी चौकन्ना है।
चौरासी घंटा मंदिर
किसरौल स्थित प्राचीन सिद्धपीठ चौरासी घंटा मंदिर में आज तड़के 4 बजे से कांवड़ियों द्वारा जलाभिषेक प्रारंभ हो गया। सुबह छह बजे से जलाभिषेक के लिए लोगों की भीड़ उमड़ी। श्रद्धालुओं ने प्रेम पूर्वक भगवान शिव की आराधना की। मंदिर के गर्भगृह में शिवलिंग पर जलाभिषेक के साथ-साथ बाहर भगवान शिव की प्रतिमा पर भी विधि विधान से पूजा अर्चना की गई।
झारखंडी शिव मंदिर
नागफनी स्थित प्राचीन सिद्धपीठ झारखंडी शिव मंदिर में सुबह 4 बजे से कांवड़ियों द्वारा जलाभिषेक प्रारंभ हो गया। आज सुबह पांच बजे मंदिर के पूर्ण कपाट खुल गए सुबह से ही कांवड़, डाक कांवड़ और झोली में टंगी केन में गंगाजल लेकर आने वाले श्रद्धालुओं की लाइन लग गई।
इसके अलावा हिमगिरी स्थित अर्धनारीश्वर मंदिर, आशियाना स्थित ढाब वाला मंदिर, खुशहालपुर स्थित ऋणमुक्तेश्वर मंदिर, महाकालेश्वर धाम नया मुरादाबाद, रामगंगा विहार स्थित शिव शक्ति मंदिर, आवास विकास कालोनी स्थित सत्य श्री शिव मंदिर, रेलवे हरथला कालोनी स्थित मनोकामना मंदिर, कानून गोयान में हाथी वाला मंदिर, प्राचीन शिव मंदिर झांझनपुर, लोकोशेड स्थित शिव शक्ति लोक मंदिर के अलावा महानगर के सभी मंदिरों में जलाभिषेक और पूजन किया गया।