ज्ञानवापी परिसर में ASI सर्वे का काम फिलहाल जारी है। सर्वे के सातवें दिन यानि बुधवार को
ज्ञानवापी परिसर के बाहरी हिस्से के अलावा गुंबद से लेकर तहखानों तक की जांच-पड़ताल और
नाप-जोख हो रही है। ज्ञानवापी के सर्वे में आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा
है। 3डी मैपिंग, स्कैनिंग, हाईटेक फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी के जरिए सर्वे की
प्रक्रिया जारी है। इसके अलावा आईआईटी कानपुर से एक्सपर्ट की टीम को ग्राउंड
पेनेट्रेटिंग रडार मशीन से सर्वे करने के लिए भी बुलाया गया है, जो खुदाई किए बिना
जमीन के नीचे की जांच करेगी।
बता दें कि अबतक के सर्वे में ज्ञानवापी की
दीवारों पर अंकित चिन्ह, उसकी प्राचीनता, कलाकृतियां, मिट्टी के सैंपल, पत्थर के
टुकड़े, टूटी प्रतिमा जैसी चीजों को ASI टीम ने बतौर सैंपल जमा किया है। इसके साथ ही
डिजिटल नक्शे के जरिए ज्ञानवापी के स्ट्रक्चर को समझने की कोशिश की जा रही है।
हिंदू पक्ष की ओर से दावा किया गया है कि सर्वे के दौरान तहखाने में मंदिर
से जुड़ी कलाकृतियां मिली हैं। दीवारों पर त्रिशूल, कलश, कमल और स्वास्तिक के
निशान मिले हैं।