सीतापुर में चार्जर के कटे तार पर सोते समय हाथ पड़ जाने से बेटे और मां की करंट लगने से मौत हो गई। परिजनों ने शव का पोस्टमॉर्टम कराए बिना ही अंतिम संस्कार कर दिया। फिलहाल इस घटना के बाद गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है।
दरअसल भगौतीपुर के रहने वाले जगदीश की पत्नी रामसहेली और उनका बेटा रोहित रात में सो रहे थे। बिस्तर के सिरहाने पर मोबाइल को चार्जिंग पर लगाकर दोनों सो गए। परिजनों के मुताबिक सोते समय रोहित का हाथ कटे तार पर पड़ गया, जिससे मां-बेटे दोनों करंट लगने से झुलस गए। आनन-फानन में दोनों को सीएचसी ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।
एसओ रामपुर मथुरा महेश चंद्र पांडे ने बताया कि परिजनों ने पोस्टमॉर्टम बिना कराए ही दोनों का अंतिम संस्कार कर दिया गया। वहीं दूसरी ओर इस दर्दनाक हादसे से पूरे गांव में मातम का माहौल है। एक जरा सी भूल ने पूरे परिवार की खुशियों को उजाड़ दिया। मृतक रोहित अपने भाइयों में सबसे छोटा था। उसका पूरा परिवार भगौतीपुर में एक होटल चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण करता है।