उत्तर प्रदेश की योगी सरकार कई योजनाओं के जरिये महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा दे रही है। इसी कड़ी में रोडवेज बसों को चलाने के लिए जिले की महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। पहला बैच प्रशिक्षित हो चुका है और जल्द ही सहायक चालक के रुप में महिला चालक सड़कों पर फर्राटा भरेंगी।
कानपुर के रोडवेज ड्राइवर प्रशिक्षण केंद्र में महिलाओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है। यहां पर पहला बैच पूरी तरह से प्रशिक्षित हो चुका है। इस बैच में 17 महिलाएं हैं। यह प्रशिक्षित महिलाएं अभी पुरुष चालकों के साथ सड़कों पर रोडवेज बसें चलाएंगी। इसके बाद जब अनुभव हो जाएगा तो इन्हें स्वतंत्र रूप से बसें चलाने के लिए नियुक्त किया जाएगा।
प्रशिक्षित महिला चालक शालू पांडेय, सौम्या और उपासना त्रिपाठी का कहना है कि कानपुर रोडवेज ड्राइवर प्रशिक्षण केंद्र में पहली बार महिलाओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है। पेशेवर बस चालक के रुप में बेटियां करियर बनाने को लेकर काफी उत्साहित हैं। चालक के तौर पर बस जैसा भारी वाहन चलाने में वो गर्व महसूस कर रही हैं। उनका मानना है कि जब बेटियां कार, हेलीकॉप्टर, हवाई जहाज चला सकती है तो फिर बस क्यों नहीं।
प्रशिक्षण केन्द्र के प्रिंसिपल एस.पी. सिंह ने बुधवार को बताया कि उत्तर प्रदेश के इतिहास में पहली बार महिलाओं को बस चालक के रूप में प्रशिक्षित किया जा रहा है। यह अनोखी पहल महिलाओं को आकर्षित कर रही है। 17 अभ्यर्थियों का पहला बैच प्रशिक्षित हो चुका है, जिन्हे रोडवेज से संबद्ध कर दिया गया है। प्रशिक्षित अभ्यर्थी पहले सहायक चालक के रुप में कार्य करेंगी फिर कुछ माह बाद पूर्ण रूप से बस चालक के रुप में उनको जिम्मेदारी सौंप दी जाएगी।