यूपी सरकार ने मंगलवार को महिलाओं की
सुरक्षा को लेकर चलाए जा रहे राज्य स्तरीय अभियान ‘मिशन
शक्ति’ के आंकड़े पेश किए। सरकार का दावा है कि यूपी पुलिस के महिला
एवं बाल सुरक्षा संगठन की ओर से प्रदेशभर में महिलाओं और बेटियों के सशक्तिकरण के
लिए 21 जुलाई से 7 अगस्त तक 17 दिनों तक महिला बीट व महिला हेल्प डेस्क अभियान
का दूसरा चरण चलाया गया।
इस अभियान के तहत पुलिस अधिकारियों
द्वारा सादे कपड़ों में महिला सुरक्षा से संबंधित संवेदनशील एवं हॉट स्पॉट
क्षेत्रों का भ्रमण करते हुए महिलाओं और बालिकाओं के साथ छेड़खानी करने वालों को
चिन्हित किया गया। इसके अलावा उनकी काउंसिलिंग भी की गई। इस दौरान 38 हजार से
ज्यादा अराजकतत्वों को चिन्हित किया गया। इनमें से 33 हजार से अधिक व्यक्तियों को
चेतावनी देकर छोड़ दिया गया। 5500 से ज्यादा के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई। वहीं
511 के खिलाफ जुर्माना वसूलने की कार्रवाई हुई।
महिला बीट व महिला हेल्प डेस्क अभियान
के द्वितीय चरण के तहत प्रदेशभर में कुल 34,246 महिला बीट एवं 34,970 महिला हेल्प
डेस्क द्वारा 38,912 अराजकतत्वों को चिन्हित किया गया। इनमें से 33,030 व्यक्तियों
को चेतावनी के साथ काउंसिलिंग करके छोड़ दिया गया। वहीं 1119 अभियोग पंजीकृत किए
गए। इसके अलावा 630 व्यक्तियों के खिलाफ 110 सीआरपीसी के तहत एक्शन लिया गया। इसके
साथ ही 276 व्यक्तियों के खिलाफ गुंडा एक्ट की कार्रवाई की गई। इतना ही नहीं 3761
व्यक्तियों के खिलाफ 151/107/116सीआरपीसी की कार्रवाई की गई। अभियान के दौरान 511 व्यक्तियों के
खिलाफ अन्य चालान की कार्रवाई भी की गई। इसके साथ ही छेड़खानी का पूर्व में इतिहास
रखने वाले 10,906 अभियुक्तों की चेकिंग और निगरानी की गई।