पीएम नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए
कोलकाता में हो रही G-20 एंटी
करप्शन वर्किंग ग्रुप की तीसरी बैठक को संबोधित किया। इस दौरान पीएम ने कहा कि
भारत भ्रष्टाचार के खिलाफ है और हमने इसे लेकर जीरो टॉलरेंस की सख्त नीति अपनाई
है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार का असर गरीबों और हाशिए पर रहने वाले लोगों पर
सबसे ज्यादा पड़ता है। भ्रष्टाचार से लड़ना हमारे लोगों के प्रति हमारा पवित्र
कर्तव्य है। अपने
संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने रविंद्रनाथ टैगोर का भी ज़िक्र किया। उन्होंने कहा
कि रविंद्रनाथ टैगोर ने हमें लालच के प्रति आगाह किया था, क्योंकि यह हमें सच्चाई
का अहसास करने से रोकता है।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि हमने व्यवसायों के लिए कई
रास्ते खोले हैं और इसके प्रोसेस को बहुत आसान बनाया है। पीएम ने कहा कि मुझे खुशी
है कि कानून प्रवर्तन एजेंसियों के बीच अनौपचारिक सहयोग पर सहमति बन गई है क्योंकि
इससे अपराधियों को कानूनी खामियों का फायदा उठाने से रोका जा सकेगा। पीएम मोदी ने कहा कि हमारा सरकारी ई-मार्केटप्लेस या GeM पोर्टल सरकारी
खरीद में ज्यादा ट्रांसपेरेंसी लाया है। हमने 2018 में आर्थिक अपराधी अधिनियम
बनाया। तब से हमने आर्थिक अपराधियों और भगोड़ों से 1.8 बिलियन डॉलर से ज्यादा की
संपत्ति बरामद की है। धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत हमारी सरकार ने 2014 से अबतक
अपराधियों से 12 बिलियन डॉलर से ज्यादा की संपत्ति जब्त की है।