लखनऊ- राजधानी में स्थित कल्याण सिंह सुपर स्पेशियलिटी कैंसर इंस्टीट्यूट कैंसर के रोगियों के लिए वरदान साबित होगा। अब यहां पर कैंसर के मरीजों के उपचार के अलावा कैंसर के क्षेत्र में विश्व स्तरीय शोध भी किए जाएंगे। कल्याण सिंह सुपर स्पेशियलिटी कैंसर इंस्टीट्यूट के परिसर में में ही पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल पर एक ‘सेंटर फॉर एडवांस मॉलेक्यूलर डायग्नॉस्टिक्स एंड रिसर्च फॉर कैंसर’ का निर्माण किया जायेगा।
कैंसर के उपचार की समस्त सेवाओं को एक ही छत के नीचे उपलब्ध कराने के उद्देश्य से इस सेंटर के निर्माण व विकास को सरकार की ओर से हरी झंडी मिली है।
- कैंसर से लड़ाई में रिसर्च सेंटर निभाएगा मुख्य भूमिका
- प्रदेश में प्रति वर्ष 2.45 लाख कैंसर के मामले सामने आ रहे हैं
- प्रदेश में 1.6 प्रतिशत की वार्षिक दर से बढ़ रहा है कैंसर
- 3.2 प्रतिशत की दर से प्रतिवर्ष बढ़ने की आशंका है
पिछले कुछ वर्षों से कैंसर (कर्क रोग) का प्रसार न केवल देश बल्कि प्रदेश में भी काफी बढ़ गया है। इसके लिए प्रदूषण, अस्त-व्यस्त जीवनशैली, नशा समेत कई कारण जिम्मेदार हैं। कुल मिलाकर, शराब व तंबाकू की बढ़ती खपत और जनसंख्या वृद्धि के दृष्टिगत प्रदेश में कैंसर तेज़ी से फैल रहा है। ऐसे में ‘सेंटर फॉर एडवांस मॉलीक्यूलर डायग्नॉस्टिक्स एंड रिसर्च फॉर कैंसर’ प्राथमिक से लेकर तृतीय सुपर स्पेशलिटी स्तर के निदान के राज्यव्यापी तंत्र के रूप में कार्य करते हुए कैंसर के क्षेत्र की चिकित्सा सेवाओं को एक ही छत के नीचे उपलब्ध कराने में सक्षम होगा।
कल्याण सिंह सुपर स्पेशियलिटी कैंसर इंस्टीट्यूट के चिकित्सा अधीक्षक डा.देवाशीष शुक्ला के अनुसार यह सेंटर प्रदेश में कैंसर की रोकथाम, उचित इलाज व अनुसंधान के क्षेत्र में ‘मील का पत्थर’ साबित हो सकेगा।