मिर्जापुर- जिलाधिकारी दिव्या मित्तल के आदेश के बावजूद अष्टभुजा टोल प्लाजा के कर्मचारी दर्शनार्थियों से जबरन टोल टैक्स वसूल रहे हैं। रविवार को कई दर्शनार्थियों ने जिलाधिकारी का हवाला देते हुए तीन घंटे की छूट की बात की, जिसपर टोल कर्मियों ने अभद्रता की। विरोध करने पर गाली-गलौज करने लगे। कर्मचारियों का कहना है कि एन.एच.ए.आई. से उन्हें दर्शनार्थियों के लिए टोल टैक्स तीन घंटे के लिए नि:शुल्क करने का कोई आदेश नहीं मिला है।
दरअसल, जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने पिछले दिनों संबंधित विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर आदेश दिया था कि अष्टभुजा दर्शन करने के लिए जाने वाले दर्शनार्थियों को तीन घंटे के अंदर लौट आने पर अपने वाहनों के टोल टैक्स नहीं देने होंगे। चंदौली और सोनभद्र के दर्शनार्थी मान सिंह और रामलखन पांडेय अपने वाहन से विंध्याचल दर्शन के बाद अष्टभुजा जा रहे थे। टोल प्लाजा पर दर्शन की बात कहने पर टोल कर्मचारी नहीं माने बल्कि जबरन 80 रुपये का टोल टैक्स वसूल कर लिया। जब दर्शनार्थी ने गत दिनों दिए गए आदेश के बारे में बताया तो कर्मचारियों ने कोई छूट न होने की बात कही। कहा कि जबबतक एन.एच.ए.आई. से आदेश नहीं आएगा, तब तक जिलाधिकारी या विधायक का आदेश-निर्देश नहीं माना जाएगा।
राजस्व की हानि होगी तो कौन भरेगा, लिखित आदेश माना जाएगा
कोरल कंपनी के प्रदेश मैनेजर राजकमल ने बताया कि जिलाधिकारी के आदेश को यह लोग नहीं मानते हैं। मामला केंद्र सरकार से जुड़ा है। जब तक वहां से कोई आदेश नहीं आएगा, तब तक कोई आदेश नहीं माना जाएगा। क्योंकि राजस्व की हानि होगी तो कौन उसको भरेगा। जिलाधिकारी लिखित में टोल फ्री करने का आदेश देती हैं तो माना जाएगा।