फतेहपुर- देश का बंटवारा लाल साहेब ने कराया था। महात्मा गांधी ने बंटवारे पर दुख जताते हुए कहा था कि यदि देश का बंटवारा होगा तो वह एक तरह से मेरे शरीर के दो टुकड़े होंगे। इस बंटवारे में मां भारती की दो भुजाएं काटी गयी थीं, जिसे हम लोग कभी भूल नहीं सकते।
देश के बंटवारे की याद में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान केन्द्रीय राज्यमंत्री व जिले की सांसद साध्वी निरंजन ज्योति ने ये विचार व्यक्त किए। इस मौके पर जहानाबाद विधानसभा के भाजपा विधायक व पूर्वमंत्री राजेन्द्र सिंह पटेल व जिलाध्यक्ष आशीष मिश्रा भी मौजूद रहे।
केन्द्रीय राज्यमंत्री ने कहा कि आज भी हम लोग बंटवारे का दंश झेल रहे हैं, उसे हम भूल नहीं सकते हैं। मजहब के आधार पर देश का बंटवारा हुआ था, फिर भी जो मुस्लिम भारत में रह गये थे उन्हें हमने अपना भाई व बहन माना था। लेकिन पाकिस्तान से हमें क्या मिला? लाशें मिली, मां-बहनों की अस्मिता लूटी गई।
उन्होंने कहा कि लोग कहते हैं कि भारत में असहिष्णुता है। जब भारत पाकिस्तान का बंटवारा एक साथ हुआ था। आज पाकिस्तान की क्या दुर्दशा है, यह किसी से छिपी नहीं है। इन सारी परिस्थितियों पर भारत के लोगों को सोचना होगा।
उन्होंने बंटवारे के लिए लाल साहेब के साथ कम्युनिस्ट पार्टी के लोगों को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि जब देश का बंटवारा हो रहा था, तब कम्युनिस्ट पार्टी के मुस्लिम नेताओं को मुस्लिम लीग में शामिल कर बंटवारे की मांग को मजबूत करने का काम किया गया था। कम्युनिस्ट के विचारधारा भारत की नहीं है। उस भारत के हितों से कोई सरोकार नहीं, उसे तो अपने आकाओं के इशारे पर सिर्फ काम करना था। पश्चिम बंगाल के बंटवारे के समय जो क्रांतिकारी शहीदों के रक्त रंजित शरीर बोगियों में भरकर भारत आये थे उनकी शहादत को भी हम याद करेंगे।