मेवत क्षेत्र में मुस्लिम समुदाय की बैठक के बाद बड़ी हास्यास्पद खबर सामने आई है। यहाँ मुस्लिम समुदाय के लोगों ने टीम बनाकर गोतस्करी और गोहत्या करने वालों को पकड़वाने का प्लान बनाया है। भरतपुर राजस्थान का कामां गो तस्करी के नाम से चर्चाओं में रहता है। लेकिन अब यहाँ के मुसलमानों ने सर्व समाज की पंचायत आयोजित कर गोतस्करी और गोहत्या रोकने का निर्णय लिया है। ये कितना सार्थक होगा इसकी ये कल्पना से परे है। गौकशी और गौतस्करी का नाम हिन्दू समुदाय से कभी नहीं जुड़ा है। इन घटनाओं को मुस्लिम समुदाय के लोग ही अंजाम देते हैं। अब कामां मेवात क्षेत्र में गो तस्करी और गोहत्या करने वाले लोगों की सूचना पुलिस को मुस्लिम समाज के लोगों की टीम बनाकर उपलब्ध कराएंगे।
यहाँ सर्व समाज की बैठक में मुसलमानों ने गो मांस के क्रय-विक्रय न करने और इसे रोकने का संकल्प लिया है। यहाँ के लोगों ने मीडिया को बताया कि कामां क्षेत्र के लोग गो तस्करी की घटनाओं में शामिल नहीं रहते थे। हरियाणा के लोग गोतस्करी की घटनाओं को अंजाम देते थे और पूरा कामां मेवात क्षेत्र बदनाम होता है। बात दें शुक्रवार को तीन गाड़ियों में सवार होकर गोतस्कर गोवंश लेकर जा रहे थे। ग्रामीणों ने गोतस्करों की गाड़ियों को रोककर गो वंश को मुक्त कराया और पहाड़ी थाना पुलिस को सूचना दी गई।
बात दें यहीं के कान्हौर गांव में शनिवार को सर्व समाज के लोगों की एक पंचायत सरपंच मॉफर खान की अध्यक्षता में आयोजित की गई। पंचायत में निर्णय लिया गया कि गोतस्करी की घटनाओं पर अंकुश लगाया जाएगा। गांव का कोई भी व्यक्ति गोमांस न खरीदेगा न बेचेगा। वहीं गोरक्षा करने के लिए गांव के लोगों की अलग से टीम बनाकर निगरानी की जाएगी। गोतस्कर और गौ हत्यारे को पकड़ कर पुलिस के सुपुर्द किया जाएगा।