देश के 77वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति द्रौपदी
मुर्मू ने राष्ट्र को संबोधित किया। उन्होंने देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की
बधाई दी। राष्ट्रपति ने कहा कि भारत लोकतंत्र की जननी रहा है, इसलिए स्वतंत्रता
दिवस हमारे लिए गौरव का दिन है। इस दौरान उन्होंने किसान से लेकर चंद्रयान तक और
आदिवासियों से लेकर महिलाओं के उत्थान तक सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों का
ज़िक्र किया। उन्होंने देश के विकास के अगले पड़ाव की बात करते हुए युवाओं की सहभागिता
पर जोर दिया।
राष्ट्रपति ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस हमें यह याद दिलाता है कि हम केवल एक
व्यक्ति ही नहीं हैं, बल्कि एक ऐसे महान जनसमुदाय का हिस्सा हैं, जो अपनी तरह का
सबसे बड़ा और जीवंत समुदाय है। यह विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के नागरिकों का
समुदाय है। उन्होंने कहा कि जाति, पंथ, भाषा और क्षेत्र के अलावा हमारी अपने
परिवार और कार्य क्षेत्र से जुड़ी पहचान भी होती है। हमारी एक पहचान ऐसी है, जो इन
सबसे ऊपर है और हमारी वह पहचान है, भारत का नागरिक होना। हम सभी समान रूप से इस महान
देश के नागरिक हैं। हम सब को समान अवसर और अधिकार उपलब्ध हैं तथा हमारे कर्तव्य भी
समान हैं।