उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले के मद्मेश्वर घाटी में पुल ढहने से मदमहेश्वर घाटी और बणतोली आदि स्थानों में फंसे 293 तीर्थयात्रियों और कुछ स्थानीय लोगों का सकुशल रेस्क्यू कर लिया गया है। इस दौरान जहां 190 लोगों को हेलीकॉप्टर सेवा से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया वहीं 103 लोगों को रस्सी की मदद से जवानों ने सकुशल रेस्क्यू किया। जिला आपदा केंद्र ने इसकी पुष्टि की है।
इस बाबत जिला पंचायत सदस्य कालीमठ विनोद राणा ने बताया कि वे आपदा के बाद से लगातार क्षेत्र में बने हुए हैं और हर खबर पर नजर रखे हुए थे। उन्होंने बताया कि प्रशासन ने तात्कालिक प्रभाव से एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और अन्य पुलिस बल की मदद से सभी फंसे हुए तीर्थयात्रियों और स्थानीय लोगों का रेस्क्यू किया जा रहा था, लेकिन लगातार हो रही बरसात और चट्टानों से गिरे मलबे के कारण रेस्क्यू बार-बार बाधित हो रहा था। ऐसे में वक्त की संवेदनशीलता को समझते हुए प्रशासन ने हेलीकॉप्टर की सहायता से फंसे हुए तीर्थयात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया गया। उन्होंने बताया कि सभी 293 तीर्थयात्री और स्थानीय लोग सकुशल हैं।
गौरतलब है कि मदमहेश्वर धाम के बणतोली में तीन दिन पहले एक लोहे के पुल के ध्वस्त होने से वहां पर सैकड़ों यात्री और स्थानीय लोग फंस गए थे। मंगलवार को मौसम साफ होने के बाद यात्रियों का रेस्क्यू किया गया। आपदा प्रबंधन केंद्र के अनुसार कल और आज दोपहर बाद तक चले राहत और बचाव कार्य में सभी यात्रियों और स्थानीय लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है।