इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में जेपी इंटरनेशन बिल्डिंग के कार्य को जल्द पूरा कराने को लेकर दाखिल याचिका पर सुनवाई हुई। इस मामले में लखनऊ बेंच ने उत्तर प्रदेश सरकार से चार हफ्तों में जवाब मांगा है।
बता दें यूपी में वर्ष 2017 में भाजपा की योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने के बाद जेपी इंटरनेशनल बिल्डिंग लखनऊ के निर्माण में हुए भ्रष्टाचार की जांच शुरु हुई थी। जेपी इंटरनेशनल बिल्डिंग बनाने की योजना और काम समाजवादी पार्टी की सरकार में शुरू हुआ था। तत्कालीन आईएएस सत्येन्द्र यादव और अन्य अधिकारी बिल्डिंग के निर्माण कार्य में हुए भ्रष्टाचार की जांच के दायरे में हैं। योगी सरकार ने जेपी इंटरनेशनल बिल्डिंग के निर्माण में हुए भ्रष्टाचार की विभिन्न समितियों से जांच करवाई है। इस याचिका में जेपी इंटरनेशनल के कार्य को जल्द पूरा न किये जाने पर उसकी लागत बढ़ने और सरकारी धन हानि की बात कही गई है।