बेसिक विद्यालय में पीआरटी (कक्षा एक से पांच) में भर्ती के लिए अयोग्य माने गए बीएड अभ्यर्थियों ने बृहस्पतिवार को बेसिक शिक्षा निदेशालय का घेराव किया। अभ्यर्थियों ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि वह यूपी में बीएड अभ्यर्थियों को पीआरटी में शामिल करने के लिए नेशनल काउंसिल फार टीचर एजुकेशन (एनसीटीई) में आवेदन करें।
अभ्यर्थियों का कहना है कि प्रदेश में 13 से 17 लाख बीएड स्टूडेंट हैं। जिन्होंने पीआरटी में भर्ती के लिए ही बीएड किया है। अब अचानक उन्हें इसके लिए अयोग्य करार दिया गया है। इस मामले में सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में पैरवी नहीं की।
अभ्यर्थियों ने कहा कि इसमें काफी ऐसे भी अभ्यर्थी हैं जिन्होंने बीटेक और बीकॉम के बाद बीएड किया हैं।
वह पीआरटी के अलावा किसी और शिक्षक भर्ती के लिए योग्य नहीं हैं। ऐसे में प्रदेश सरकार हमारी मांग एनसीटीई तक पहुंचाए। अभ्यर्थियों ने कहा कि चार साल से टीजीटी-पीजीटी की भर्ती नहीं आई है। ऐसे में उनके पास कोई विकल्प भी नहीं है। आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने 2018 का गजट पत्र कैंसिल कर दिया है।