प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दमन और दीव में आयोजित भाजपा की क्षेत्रीय पंचायती राज परिषद को वर्चुअल माध्यम से संबोधित किया। उन्होंने कहा कि भाजपा की मौलिक ताकत उसके कार्यकर्ता हैं। उन्होंने पार्टी से जुड़े पंचायत सदस्यों से अपने-अपने क्षेत्रों में सामाजिक समस्याओं को हल करने की दिशा में काम करने का आग्रह किया।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि “भारतीय जनता पार्टी की जो मूलभूत शक्ति है, वह उसका कार्यकर्ता है। कार्यकर्ता एक ऐसा पद है जो जीवन भर हमारे साथ रहता है।” प्रधानमंत्री ने भाजपा के जिला अध्यक्ष, जिला महासचिव को सुझाव दिया कि कैसे संगठन कार्यकर्ताओं की मदद से आप अपनी परफॉर्मेंस को बढ़ा सकते हैं। उन्होंने कहा कि साल भर में हमें 4-5 अवसर ऐसे निकालने चाहिए, जिसमें सरकार के नेतृत्व में, पंचायत के नेतृत्व में पूरे जिले का जन सामान्य उससे जुड़ जाए। प्रधानमंत्री ने सदस्यों से अपने-अपने क्षेत्रों में विकास के बारे में अपडेट साझा करने के लिए एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं कि आप सभी एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाएं और एक-दूसरे के संपर्क में रहें। दूसरों को बताएं कि आपके जिले में क्या (विकास) हो रहा है और दूसरों के बारे में भी जानें।
प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि हमारे साथ हजारों की तादाद में जो हमारे पंच, सरपंच और जिला के सदस्य हैं उनका भी अभ्यास वर्क चल रहा है। ये सब हम चुनाव जीतने के लिए नहीं कर कर रहे हैं। ये सब हम इसलिए कर रहे हैं ताकि 2047 में हम विकसित भारत बना सकें। प्रधानमंत्री ने देश में गांवों और जिलों के विकास के लिए ‘सामूहिक जिम्मेदारी’ के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि हम संगठन, मूल्यों और समर्पण में विश्वास करते हैं और हम सामूहिकता के संस्कारों के साथ सामूहिक जिम्मेदारी के साथ आगे बढ़ते हैं और हमें दी गई जिम्मेदारी के लिए अपनी क्षमता और अपने कौशल को लगातार बढ़ाते हैं। उन्होंने कहा कि विकास व्यक्तिगत और क्षेत्रीय दोनों स्तरों पर होना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र की मजबूती शिखर पर जितनी है उससे ज्यादा नींव पर होती है। हमारी लोकतांत्रिक संस्थाओं की नींव जितनी मजबूत होगी, पल-पल लोकतंत्र को हम जीते होंगे। हम जनसमर्थन अधिक से अधिक प्राप्त करेंगे, हम नई बुलंदियों को प्राप्त करेंगे। पीएम मोदी ने कहा कि उनकी सरकार द्वारा 30,000 से अधिक जिला पंचायत भवन बनाए गए हैं। पहले 70 हजार करोड़ रुपये का अनुदान मिलता था, आज वह 3 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा हो गया है। हम 30 हजार से ज्यादा नए जिला पंचायत भवन बना चुके हैं। उन्होंने कहा कि 15 अगस्त को लाल किले से मैंने एक बात कही थी ‘पीएम विश्वकर्मा योजना’। 13 हजार करोड़ रुपये का एक प्रारंभिक बजट बनाया और पीएम विश्वकर्मा योजना को मंजूरी दी। 17 सितंबर को एक बड़ा समारोह करके इस योजना को आगे बढ़ाने वाले हैं। इससे 30 लाख परिवारों को लाभ मिलेगा।।