उत्तर प्रदेश के वाराणसी में काशी “सांसद सांस्कृतिक महोत्सव” के लोगों, वेबसाइट व क्यू आर कोड की लांचिंग रविवार को सर्किट हाउस सभागार में महापौर अशोक तिवारी ने की। महोत्सव 1 सितम्बर से शुरू होकर 24 सितम्बर तक चलेगा। अन्तिम दिन महोत्सव मेगा इवेंट के रूप में आयोजित होगा।
भाजपा काशी क्षेत्र अध्यक्ष दिलीप सिंह पटेल ने बताया कि महोत्सव का उद्देश्य गांवों, नगरों की गलियों के कलाकारों की छिपी प्रतिभाओं को उचित मंच प्रदान करना है। काशी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संसदीय क्षेत्र है। काशी क्षेत्र अध्यक्ष ने महोत्सव में प्रतिभाग करने वाले कलाकारों के साथ ही सहभागियों को भी प्रमाण पत्र दिये जाने का सुझाव दिया। महापौर अशोक तिवारी ने कहा कि काशी सांसद सांस्कृतिक महोत्सव की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि गाँव/देहात के ऐसे कलाकार जो अपनी प्रतिभाओं को उचित मंच न मिल पाने से मायूस रह जाते हैं, उन कलाकारों के लिए यह बहुत बड़ा मंच होगा। उन्होंने कार्यक्रम में सेमी फाइनल के नीचे स्तर तक के प्रतिभागियों के फोटोयुक्त कैलेंडर बनाये जाने पर जोर दिया।
जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने बताया कि काशी सांसद सांस्कृतिक महोत्सव में यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि केवल स्कूल के बच्चे ही नहीं, बल्कि हर वर्ग के कलाकार कार्यक्रम में सम्मिलित हों। उन्होंने बताया कि विभिन्न विधाओं के क्षेत्रों में उभरते हुए कलाकारों के लिए यह एक ऐसा प्लेटफार्म होगा, जिसमें वे अपनी प्रतिभा का बखूबी प्रदर्शन कर सकेंगे। मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या, भाजपा जिलाध्यक्ष और एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा,महानगर अध्यक्ष विद्यासागर राय भी मौजूद रहे।
काशी सांसद सांस्कृतिक महोत्सव की शुरुआत न्याय पंचायत स्तर से
काशी सांसद सांस्कृतिक महोत्सव की शुरुआत न्याय पंचायत स्तर से होगी। इसके बाद ब्लॉक स्तर से होते हुए जिले में आयोजित होगी। महोत्सव ग्रामीण स्तर पर 01 से 05 सितंबर, 07 से 12 सितंबर ब्लॉक स्तर, शहरीय स्तर पर 01 से 10 सितंबर तक जोनल स्तर, 17 से 23 सितंबर तक जिला स्तर तथा 24 सितंबर को मेगा इवेंट होगा। महोत्सव में गायन, वादन, नृत्य एवं नुक्कड़ नाटक कार्यक्रम आयोजित होंगे।
गायन में शास्त्रीय गायन, उप शास्त्रीय गायन, लोक गायन व सुगम संगीत, नृत्य में शास्त्रीय नृत्य, लोक नृत्य व जनजातीय नृत्य तथा वादन में स्वर वाद्य, ताल वाद्य व लोक वाद्य प्रमुख हैं। प्रतिभागी समूह में 10 से 18 वर्ष बालक/बालिका, 19 से 40 वर्ष तथा इससे ऊपर 60 वर्ष आयु वर्ग के कलाकार हिस्सा लेंगे। महोत्सव में सीडीओ के अनुसार अब तक 46 हजार प्रतिभागियों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया है। 100 दिव्यांग जनों ने भी कार्यक्रम में प्रतिभाग किए जाने के लिए अपना रजिस्ट्रेशन कराया है।