2017 में उत्तर प्रदेश में योगी सरकार बनने के बाद मंत्री बने ओम प्रकाश राजभर ने 2019 में विपक्ष को मुहकी मारने के लिए उनके क्षेत्र में घुसकर उनकी लुटिया डुबाई इस बात से भले कोई वाकिफ न हो पर ऐसा हुआ। ये इशारों इशारों में ओपी राजभर ने खुद कह दिया। ओपी राजभर ने खुद की तारीफ खुद से करते हुए खुद को प्रदेश की राजनीति का हनुमान बताया है। सुभासपा सुप्रीमों और गाजीपुर की जहूराबाद विधानसभा से विधायक ओपी राजभर ने वाराणसी में ये बड़ा बयान दिया है।
वाराणसी में ओपी राजभर ने सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव कर कटाक्ष करते हुए कहा कि ‘ये पिछड़ों और अति पिछड़ों को अपमानित कर रहे हैं। अखिलेश यादव के बयान की घोसी की जनता सपा के साथ ही है पर राजभर बोले ‘तो काहें परेशान हैं। ट्वीट कइले रहलन न कि दारा सिंह चौहान पर भाजपा नेता ने फेंकवाया था स्याही, का आइल रिजल्ट। समाजवादी पार्टी का नेता है वो और सोशल मीडिया पर अखिलेश के साथ फोटो वायरल हुई। अब ट्वीट करें की वो समाजवादी नेता नहीं है। हिम्मत है। अभी स्वामी प्रसाद मौर्या पर जूता फेका। ये सब सपाई हैं। ये पिछड़ों और अति पिछड़ों अपमानित कर रहे हैं। ये सम्मेलन हक़ लूटने का काम कर रहे हैं कर वो लोग अब बौखलाए हैं।’
मैं प्रदेश की राजनीति का हनुमान, योगी जी को जो बोला वो चुनावी जुमला था : राजभर
हनुमान होने की बात का राजफाश करते हुए ओपी राजभर ने सपा में होने के दौरान CM योगी को कही हुई बातों पर जवाब दिया। राजभर से जब योगी आदित्यनाथ को गाली देने और उन्हें मठ के बाहर भीख मांगने की नसीहत के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि आप अपने शब्द वापस लीजिए हमने योगी जी को कभी गाली नहीं दी। ये चुनावी जुमला था।