लखनऊ के 23 ब्लैक स्पॉट चौराहों पर बनाए
जा रहे टैक्सचर सरफेसिंग स्पीड ब्रेकर्स पर मंडलायुक्त रोशन जैकब ने नाराज़गी जताते
हुए इनके निर्माण पर रोक लगाने को कहा है। मंडलायुक्त ने पीडब्ल्यूडी के चीफ
इंजीनियर को पत्र लिखकर कहा कि ये सभी टैक्सचर सरफेसिंग और टेबल टॉप स्पीड
ब्रेकर्स का बिना निरीक्षण कर कहीं भी बनवाया जा रहा है। इससे शहर में ट्रैफिक जाम
की स्थिति पैदा हो रही है।
लखनऊ मंडलायुक्त रोशन जैकब ने यूपी
लोक निर्माण विभाग के चीफ इंजीनियर को कहा कि लखनऊ शहर में निरीक्षण के दौरान यह
देखने में आ रहा है कि लोक निर्माण विभाग द्वारा शहर में विभिन्न सड़कों पर
टैक्सचर सरफेसिंग और टेबल टॉप का निर्माण कराया जा रहा है। इस प्रकार के गतिरोधक
निर्माण के संबंध में पूर्व में ही निर्देश दिए गए थे कि स्पीड ब्रेकर्स बनवाए
जाने से पहले स्थलीय निरीक्षण कराया जाए और ध्यान रखते हुए ही स्पीड ब्रेकर्स
बनवाए जाएं।
स्थलीय निरीक्षण के अभाव में
जहां-तहां बनवाए जा रहे स्पीड ब्रेकर्स से जहां एक तरफ ट्रैफिक जाम की स्थिति बन
रही है, वहीं दूसरी ओर जनमानस के सुचारू आवागमन में अवरोध भी उत्पन्न हो रहा है।
मंडलायुक्त ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि टैक्सचर सरफेसिंग और टेबल टॉप बनवाने के
पहले उस स्थान की यातायात व्यवस्था का अधिकारी खुद परीक्षण कर लें। दुर्घटना
बाहुल्य क्षेत्रों और उपयुक्त सड़कों पर ही गतिरोधक भारत सरकार की गाइडलाइन के अनुसार
हटवाये या बनवाए जाएं। जहां अनावश्यक स्पीड ब्रेकर्स बन गए हैं, उनको तत्काल हटाया
जाए।
दरअसल लोक निर्माण विभाग ने सड़क
दुर्घटना को लेकर सड़क सुरक्षा के तहत आईआईटी दिल्ली और बीएचयू के विशेषज्ञों से
ऑडिट कराया गया था। इसमें टैक्सचर सरफेसिंग और टेबल टॉप का निर्माण कराने को लेकर
सिफारिश की गई थी। इसके तहत पीडब्ल्यूडी ने पहले चरण में शहर के 23 दुर्घटना
बाहुल्य चौराहों को चिन्हित कर टैक्सचर सरफेसिंग और टेबल टॉप के निर्माण का कार्य
शुरू किया था। इसके तहत इन चौराहों पर निर्माण कार्य होने पर सड़क का एक हिस्सा
बाधित किया जाता है।