भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और
देश के पूर्व वित्त मंत्री स्वर्गीय अरुण जेटली की पुण्यतिथि पर तमाम दिग्गज
नेताओं ने उन्हें याद करते हुए श्रद्धांजलि दी है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह,
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी
आदित्यनाथ समेत कई नेताओं ने ट्वीट करते हुए नमन किया है।
अरुण जेटली भारत के पूर्व वित्तमंत्री और वकील होने
के साथ ही भारतीय जनता पार्टी के एक कुशल वक्ता के तौर पर जाने जाते थे। जेटली उन
नेताओं में से थे, जो सदन में अपनी पार्टी
का पक्ष मजबूती के साथ रखते थे और अपने तर्कों से विपक्ष को निरुत्तर कर दिया करते
थे। अपने लंबे राजनैतिक करियर के दौरान अरुण जेटली 2014 में बनी
भारतीय जनता की सरकार में वित्त मंत्रालय और फिर जरूरत पड़ने पर रक्षा मंत्रालय का
भी पद संभाला था। 2019 में मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में
उन्होंने खुद ही मंत्री पद लेने से इनकार कर सभी को चौंका दिया था।
वे आपातकाल के दौरान 19 महीनों
तक जेल में रहे, जिसके बाद वे जनसंघ में शामिल हुए। विद्यार्थी परिषद के दिल्ली
शाखा के अध्यक्ष होने के बाद वे परिषद के अखिल भारतीय सचिव भी बने। 1980 में
भारतीय जनता पार्टी के बनने पर वे उसकी दिल्ली ईकाई के सचिव बने, लेकिन इन सब के
साथ ही उन्होंने 1977 से ही सुप्रीम कोर्ट और कई हाईकोर्ट
में अपनी प्रैक्टिस जारी रखी। अरुण जेटली 1999 की
वाजपेयी सरकार में सूचना और प्रसारण मंत्री और फिर स्वतंत्र प्रभार वाले विनिवेश
राज्य मंत्री बनने के बाद 2000 वे कानून मंत्री भी बने। साल 2004 में लोकसभा
चुनाव हारने पर उन्होंने वकालत शुरू की, लेकिन 2009 में
राज्यसभा में विरोधीदल के नेता के तौर पर उनकी लोकप्रियता बढ़ने लगी।