कानपुर- खेती में उन्नत तकनीक और आधुनिक कृषि यंत्रों का प्रयोग कर कम लागत में अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है। यह बात गुरुवार को कानपुर के चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ आनंद कुमार सिंह ने कही। कल्याणपुर स्थित तिलहन शोध प्रक्षेत्र पर जापानी कंपनी कुबोटा द्वारा निर्मित पैडी ट्रांसप्लांटर मशीन से धान की रोपाई का सजीव प्रदर्शन भी किया गया।
उन्होंने कहा कि हाथ से रोपाई की तुलना में इस मशीन से कम समय में अधिक क्षेत्रफल में धान की रोपाई हो जाती है। धान की खेती में लागत कम और उत्पादन प्रति हेक्टेयर अधिक होता है। इस मशीन द्वारा ढाई से तीन एकड़ खेत की 8 घंटे में रोपाई हो जाती है। जबकि मैनुअल 8 घंटे में पांच श्रमिकों द्वारा एक एकड़ खेत की रोपाई हो पाती है।
उन्होंने बताया कि इस मशीन से 2200 से 2500 रुपये प्रति एकड़ खर्च आता है, जबकि मैन्युअल रोपाई करने में 4500 से 5000 प्रति एकड़ खर्च आता है। इस विधि से ढाई से तीन कुंतल प्रति एकड़ धान का उत्पादन अधिक होता है। बताया कि पैडी ट्रांसप्लांटर से धान की रोपाई करने में निश्चित तौर पर प्रदेश व देश के किसानों को प्रति हेक्टेयर अधिक लाभ होगा। क्योंकि समय व धन दोनों की बचत होगी।
इस कार्यक्रम में जनपद कानपुर देहात से आई महिला कृषक माया देवी ने इस मशीन को स्वयं खेत में चलाकर धान की रोपाई की।
इस मौके पर डॉक्टर सी एल मौर्य, डॉक्टर पी के सिंह, डॉक्टर आरके यादव, डॉक्टर पी के उपाध्याय, डॉक्टर डीपी सिंह, डॉक्टर आरबी सिंह, डॉक्टर विजय यादव तथा जापानी कंपनी कुबोटा के मनीष जी एवं कृषि विभाग के सभी अधिकारी सहित कानपुर नगर,कानपुर देहात,उन्नाव एवं फतेहपुर सहित आसपास के जनपदों के एक सैकड़ा से अधिक महिला एवं पुरुष प्रगतिशील किसानों ने मौजूद रहे।