प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने छात्रवृत्ति घोटाले में लखनऊ से अंतर्राष्ट्रीय पैरा क्रिकेटर विक्रम नाग को गिरफ्तार किया है। विक्रम नाग को गुरुवार को सीबीआई की विशेष अदालत में पेश किया गया, जहां से उसकी 7 दिन की रिमांड को मंजूर करते हुए ईडी के हवाले कर दिया गया।
विक्रम नाग छात्रवृत्ति घोटाले को अंजाम देने वाले हाइजिया एजुकेशन ग्रुप के साथ मिलकर दिव्यांगों के नाम पर फर्जी खाते खोलकर छात्रवृत्ति के करोड़ों रुपए हड़प चुका है। ईडी की जांच में सामने आया था, कि हाइजिया ग्रुप ने दिव्यांगों के फर्जी बैंक खाते खुलवाकर करोड़ों रुपए की छात्रवृत्ति की रकम को हड़पा है। गहनता से जांच करने पर पाया गया कि अंतर्राष्ट्रीय पैरा क्रिकेटर विक्रम नाग हाइजिया ग्रुप के एजेंट के रूप में काम करता है। वह दिव्यांगजनों के सर्टिफिकेट, शैक्षणिक दस्तावेज और निवास प्रमाण पत्र हासिल करने के बाद उनको सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने का झांसा देता था।
इसके बाद वो सारे दस्तावेज हाइजिया ग्रुप को सौंप देता था। फिर दिव्यांगों का फर्जी बैंक खाता खुलवाकर छात्रवृत्ति की रकम को हड़पा जाता था। इस मामले में शामिल विक्रम नाग के अन्य करीबियों की भी तलाश की जा रही है। लखीमपुर निवासी विक्रम नाग को वर्ष 2020 में यूपी महोत्सव मेंका यूथ आइकन बनाया गया था।