कानपुर के उर्सला अस्पताल में ऑपरेशन के बाद महिला के पेट में स्पंज छोड़ने के मामले में सीडीओ की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की गई है। इस मामले में सर्जन और दो स्टाफ नर्सों की सेवाएं समाप्त होंगी। बता दें मामला प्रकाश में आने के बाद डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने जांच के आदेश दिए थे।
उर्सला अस्पताल में ऑपरेशन के बाद महिला के पेट में स्पंज छोड़ने के मामले में बुधवार को डीएम विशाख जी. ने मुख्य विकास अधिकारी सुधीर कुमार की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई करते हुए संविदा डॉक्टर पीके मिश्रा की सेवा समाप्ति के लिए संस्तुति दी है। ऑपरेशन में साथ रहने वाली दो संविदा स्टाफ नर्स रिचा और अंकिता की भी सेवा समाप्त करने की संस्तुति दी गई है। एक दिन पहले ही डीएम ने इलाज में लापरवाही के लिए बिल्हौर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की चिकित्साधिकारी को बर्खास्त किया था। उर्सला अस्पताल में दो माह पूर्व नौबस्ता के देवकी नगर निवासी रऊफ खान की 40 वर्षीय पत्नी बुशरा बानो की पित्त की थैली का ऑपरेशन हुआ था। ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर पीके मिश्रा ने महिला के पेट में स्पंज छोड़ दिया था। इसके बाद महिला की हालत बिगड़ने पर परिजन आठ अगस्त को शारदा नगर स्थित अनुराग अस्पताल लेकर गए थे, जहां एमआरआई रिपोर्ट में पेट के अंदर स्पंज की पुष्टि के बाद ऑपरेशन किया गया था और महिला की मौत हो गई थी। इस मामले में सीडीओ सुधीर कुमार ने उर्सला अस्पताल जाकर डॉक्टर और स्टाफ नर्स के बयान लिए थे। डीएम को सौंपी जांच रिपोर्ट में सर्जन और दो स्टाफ नर्स की लापरवाही की बात सामने आई थी। जांच रिपोर्ट के आधार पर डीएम ने सर्जन और दो नर्स की सेवा समाप्त करने की संस्तुति प्रदान की है।