लखनऊ से रामेश्वरम जा रही ट्रेन में मदुरै के पास बड़ा हादसा हो गया। ट्रेन के एक कोच में आग लगने से 9 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। इसी कोच
में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े सीतापुर के शिव प्रताप सिंह चौहान भी अपने
परिवार के साथ सफर कर रहे थे। उन्होंने आग की लपटों के बीच हौसला जुटाकर 4 लोगों
की जान बचाई, लेकिन बदकिस्मती से वे अपनी पत्नी और बहनोई को नहीं बचा सके।
रामेश्वरम की यात्रा पर गए पर्यटकों में शामिल शिव प्रताप
सिंह चौहान ने सोशल मीडिया पर अपनी आपबीती बताई है। हादसे के दौरान शिव प्रताप ने
ट्रेन के अंदर से 4 अनजान लोगों को अपने कंधे पर लादकर बाहर निकाला, लेकिन वे अपनी
पत्नी और बहनोई को नहीं बचा पाए और थक हारकर वहीं गिर गए।
शिव प्रताप सिंह चौहान ने बताया कि
मदुरै स्टेशन पर ट्रेन के जिस कोच में आग लगी, उस वक्त वो भी उसी कोच में थे। लोग
सुबह के समय सो रहे थे। अचानक आग लगने की सूचना पूरे कोच में फैल गई और वहां भगदड़
सी मच गई। लोग बाहर निकलने के लिए चीखते-चिल्लाते रहे। उन्होंने बताया कि जैसे ही उन्हें
इसकी जानकारी हुई तो वे तत्काल लोगों को बाहर निकालने के लिए जुट गए। 4 लोगों को
अपने कंधे पर लादकर आग से बचाते हुए वे कोच के बाहर आ गए, लेकिन इस दौरान वह कोच
में फंसी अपनी पत्नी और बहनोई शत्रु दमन सिंह को आग की लपटों से निकालने में असफल रहे।
उन्होंने बहुत कोशिश की, लेकिन वो वहीं थककर गिर गए। सोशल मीडिया पर शिव प्रताप
सिंह ने अपनी आपबीती बताई, तो लोगों ने दुख की इस घड़ी में उन्हें सांत्वना दी है।