बलिया में सरकारी नौकरी का लालच देकर लोगों से ठगी करने वाले गिरोह का फंडाफोड़ हुआ है। फर्जी नियुक्ति पत्र तैयार कर लोगों से मोटी रकम ऐंठने के मामले में 6 लोगों जलाल अहमद, जुनैद अहमद, हातिम उर्फ अब्दुल रहमान, सिरादुद्दीन उर्फ बंटी, हिमांशु बरनवाल और निहाल सिंह को गिरफ्तार किया गया है। इसमें स्थानीय कोर्ट में संविदा पर तैनात दो क्लर्क भी शामिल हैं। इनके पास से पुलिस ने फर्जी नियुक्ति पत्र, रजिस्टर और लैपटाप बरामद किया है।
जानकारी के मुताबिक 25 अगस्त को कोतवाली पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ लोग जिला न्यायाधीश का हस्ताक्षर और इलाहाबाद हाईकोर्ट की मोहर अंकित कर फर्जी नियुक्ति पत्र तैयार करते हैं। इसके बाद पुलिस की दो टीमें लगाई गई थीं। एएसपी ने बताया कि कोतवाली के निरीक्षक ओमप्रकाश यादव व प्रभारी साइबर सेल संजय शुक्ल की संयुक्त पुलिस टीम ने मुखबिर की सूचना पर जलाल अहमद, जुनैद अहमद और हिमांशु बरनवाल को बस स्टैण्ड के पास से गिरफ्तार किया। इनके पास से रजिस्टर, नियुक्ति पत्र, कैन्डीडेट की लिस्ट, कैन्डीडेट को सूचित करने वाली लिस्ट की छाया प्रति बरामद हुई। पकड़े गए तीनों अभियुक्तों ने बताया कि उनके गिरोह में निहाल सिंह, हातिम उर्फ अब्दुल रहमान व सिरादुद्दीन उर्फ बंटी भी शामिल हैं, जिन्हें काजीपुरा रेलवे क्रॉसिंग के पास से गिरफ्तार किया गया। इसमें हातिम व निहाल कचहरी में संविदा पर नौकरी करते हैं। इसी का फायदा उठाकर ये लोग जिला जज का हस्ताक्षर प्राप्त कर उसे अपने मोबाइल में लेकर फर्जी नियुक्ति पत्र तैयार करते थे। उन्होंने बताया कि यह एक संगठित गिरोह है जो कि फर्जी नियुक्ति पत्र और कई अन्य फर्जी दस्तावेज तैयार करते हैं। इससे उनकी काफी कमाई होती है। ये प्रति कैन्डीडेट एक लाख रुपए लेते हैं, जिसमें से 40 हजार रुपए हातिम उर्फ अब्दुल रहमान व निहाल को देते हैं।