कुशीनगर में कसया के कुड़वा धन्नीपट्टी गांव में 28 अगस्त की शाम को सामने आए धर्मांतरण मामले में घटना के तीन दिन बाद गुरुवार को सैकड़ों अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के जिला संयोजक शशांक साहनी ने तहरीर में हिंदू धर्म की आस्था पर चोट पहुंचाने का आरोप लगाया है।
दरअसल बीते सोमवार की शाम को धन्नीपट्टी गांव के बाहर बस्ती में कई लोग घेरा बनाकर बैठे थे। बीच में एक मोमबत्ती जल रही थी। संघ से जुड़े डॉ चंद्रशेखर सिंह और देवेंद्र सिंह ने पुलिस को सूचना दी, कि गांव के बाहर बस्ती में दर्जनों की संख्या में आए बाहरी लोग,, गरीब हिंदुओं को बहला-फुसलाकर और प्रलोभन देकर उन्हें ईसाई बनाने की कोशिश कर रहे हैं। पुलिस पहुंची तो देखा मोमबत्ती जल रही थी। गांव के लोग तो भाग गए लेकिन बाहरी कुल सात लोग मौके पर पकड़ लिए गए,, जिन्हेंं देर शाम कोर्ट में शांति भंग की धारा में चालान किया गया। ये लोग देर रात जमानत पर रिहा हो गए। तहरीर में विहिप के जिला संयोजक शशांक साहनी का कहना है कि घटना के दिन वे शाम को कुड़वा प्रेमवलिया मार्ग पर जा रहे थे। धन्नीपट्टी के बाहर बगीचे में मोमबत्ती जल रही थी। शशांक साहनी का आरोप है कि हिंदू देवी-देवताओं के अपमान का विरोध करने पर उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया।
बता दें कि 28 अगस्त की शाम को धर्मांतरण के आरोप में पुलिस ने जर्मनी के ट्रेवनवर्ग हार्डन वर्ग क्लेमेंस स्पाइस, पादरी बाजार गोरखपुर की रहने वाली सोमवती, बिशप हाउस सिविल लाइंस गोरखपुर के पादरी के जयसन, पीपीगंज गोरखपुर के विनय मौर्य, लुंबिनी हाउस कोट्टम केरल के सुनील साहू, देवरिया रामगुलाम टोला के अतुल चौबे और कसया मदनपुर की सीमा सहित कुल सात लोगों को शांति भंग की धारा में चालान किया था। वहीं अब विहिप और बजरंग दल के जिला संयोजक शंशाक साहनी की तहरीर पर मामले में सैकड़ों अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। थानाध्यक्ष डॉ.आशुतोष तिवारी का कहना है कि तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।