– सनातन धर्म पर उदयनिधि स्टालिन के बयान की हो रही चौतरफा आलोचना
–अमित शाह बोले- सनातन का राज लोगों के दिलों में, जिसे कोई हटा नहीं सकता
-नड्डा का सवाल- क्या आईएनडीआईए की नीति का हिस्सा है उदयनिधि का बयान
तमिलनाडु की द्रमुक सरकार के मंत्री उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म को लेकर दिए गए बयान का देशभर में विरोध शुरू हो गया है। भाजपा और विहिप समेत कई संगठनों ने इस बयान की कड़ी आलोचना की है।
विश्व हिन्दू परिषद के केंद्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि उदयनिधि स्टालिन के बयान के गंभीर परिणाम होने वाले हैं। उन्होंने कहा कि मुस्लमान और अंग्रेज सनातन धर्म को तो मिटा नहीं सके, जिसने भी मिटाने की कोशिश की है वे स्वयं नष्ट हो गया है। वे पूछना चाहते हैं कि क्या यह तमिलनाडु सरकार का आधिकारिक बयान है। अगर है तो यह संविधान के खिलाफ है। ऐसे में केंद्र सरकार को विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि द्रविड़ संस्कृति में एकत्व का भाव है उसे समझना चाहिए। उन्होंने कहा कि सामाजिक न्याय से हमारी असहमति नहीं है लेकिन सनातन से ही समातामूलक समाज बनाने का रास्ता निकलेगा।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को राजस्थान के डूंगरपुर जिले के बेणेश्वर धाम में एक जनसभा में विपक्षी दलों के गठबंधन आईएनडीआईए के घटक दल द्रमुक और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के एक पुराने बयान को इससे जोड़ते हुए कहा कि अपनी राजनीति के लिए कांग्रेस और द्रमुक सनातन धर्म को समाप्त करने की बात कह रहे हैं। उन्होंने कहा कि सनातन का राज लोगों के दिलों में है, जिसे कोई हटा नहीं सकता।
शाह ने कहा कि इस देश की संस्कृति और इतिहास सनातन धर्म से जुड़े हुए हैं। आईएनडीआई के दो प्रमुख दल द्रमुक और कांग्रेस और इनके बड़े नेता कह रहे हैं कि सनातन धर्म को समाप्त कर देना चाहिए। यह कोई पहली बार सनातन का अपमान नहीं किया गया है। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा था कि बजट पर पहला अधिकार अल्पसंख्यकों का है। वहीं भाजपा मानती है कि बजट पर पहला अधिकार गरीबों, आदिवासियों, दलितों का है। इन्होंने वोट बैंक के लालच में अल्पसंख्यकों का पहला अधिकार सिद्ध कर दिया।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उदयनिधि स्टालिन के बयान को लेकर आईएनडीआईए पर हमला बोला। उन्होंने मध्य प्रदेश के सतना जिले में एक जनसभा में कहा कि विपक्षी दलों के गठबंधन आईएनडीआईए की यह राजनीतिक रणनीति है। मुंबई में बैठक के एक दिन बाद तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन सनातन घर्म को समाप्त कर देने की बात कह रहे हैं। साथ ही वे कह रहे हैं कि इसे ऐसे समाप्त करो जैसे डेंगू, मलेरिया और कोरोना को समाप्त करते हैं। नड्डा ने इस बारे में ‘घमंडिया’ गठबंधन से सवाल पूछा कि क्या उदयनिधि स्टालिन का बयान उसकी गठबंधन की नीति का हिस्सा है। वे पूछना चाहते हैं कि क्या गठबंधन को भारत के गौरव और इतिहास से कोई लगाव नहीं है।