उत्तर प्रदेश के कानपुर में नवाबगंज थाना क्षेत्र के विष्णुपुरी श्रमिक कॉलोनी में मतांतरण का मामला रविवार को सामने आया। इतना ही नहीं सरकारी श्रमिक कॉलोनी को अवैध तरीके से चर्च का पंजीकरण करा लिया गया है। विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल के हंगामे के बाद सक्रिय हुई पुलिस ने जांच शुरू कर दिया है।
प्रभारी निरीक्षक रोहित सिंह ने बताया कि श्रमिक कॉलोनी विष्णुपुरी में पीटर्नल गॉस्पल चर्च इन इंडिया एपिस्कोपल एंड सर्विंग सोसायटी नाम से चर्च है। इसके अध्यक्ष शोभित सिंह हैं। शोभित ने 2002 में श्रमिक कॉलोनी में चर्च का पंजीकरण कराया था।
आरोप है कि रविवार को 60 से 70 हिन्दू समुदाय के लोगों को चर्च में इकट्टा किया गया था। इन सभी को बीमारी का उपचार कराने, शादी, नौकरी और तमाम तरह के अलग-अलग लालच देकर धर्मांतरण के लिए प्रेरित किया जा रहा था। लोगों को एक वीडियो भी दिखाया जा रहा था कि किस तरह से ईसाई बनते ही उनकी लाइफ स्टाइल बदल गई। नौकरी, इलाज, बच्चों की पढ़ाई समेत अन्य मदद उन्हें मिलने लगी। वहां मौजूद लोगों को धर्मांतरण से सम्बंधित पंफलेट भी दिए गए थे। यह जानकारी होते ही विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल के पदाधिकारी मौके पर पहुंचे और हंगामा शुरू कर दिया। हालांकि सूचना पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी है।
नवाबगंज थाना प्रभारी ने बताया कि धर्मांतरण का आरोप लगाने वाले लोगों से तहरीर लेकर चर्च के प्रेसिडेंट समेत अन्य लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा रही है। धर्मांतरण के साथ ही अवैध तरीके से सरकारी कॉलोनी में चर्च बनाने का भी मामला है।