उत्तर प्रदेश के डिप्टी CM केशव प्रसाद मौर्य ने सोमवार को लखनऊ स्थित इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में खण्ड विकास अधिकारियों की एक दिवसीय कार्यशाला का उद्घाटन किया। इस कार्यशाला में प्रदेश के समस्त विकास खण्डों के खण्ड विकास अधिकारी उपस्थित हैं।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए सूबे के डिप्टी CM व ग्राम्य विकास विभाग के मंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि गांवों के विकास के बिना प्रदेश व देश का विकास संभव नहीं है। जब गांव का सर्वांगीण विकास हो जाता है तब विकास की पूर्णता होती है। आज भी अधिकांश आबादी गांव में रहती है। गांव के लिए हमारे पास योजनाएं भी हैं। अपेक्षाएं भी हैं उसे पूरा करने वाले आप सब यहां बैठे हैं। उन्होंने कहा कि 2047 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत के संकल्प को बनाने का जो लक्ष्य है। गांवों को अगर हम विकसित नहीं करेंगे तो वह स्वप्न साकार नहीं हो पायेगा।
डिप्टी CM ने कहा कि भ्रष्टाचार पर रोक लगानी है। भ्रष्टाचार मुक्त भारत, भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश, भ्रष्टाचार मुक्त जिला, भ्रष्टाचार मुक्त ब्लाक व भ्रष्टाचार मुक्त गांव होना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व में अब स्मार्ट सिटी की तरह स्मार्ट विलेज की चर्चा हो रही है। इसलिए हर ब्लाक से कम से कम 10 ग्राम सभाओं को चयनित कर जो विकास में पीछे छूट गयी हैं उनको विकास की मुख्यधारा में लाने का संकल्प लेकर जायें।
गांवों को आदर्श स्वरूप प्रदान करें
डिप्टी CM केशव मौर्य ने खण्ड विकास अधिकारियों से अपील की है कि वह गांवों को आदर्श स्वरूप प्रदान करें। अमृत सरोवर जो आपकी उपलब्धि है उसे सुन्दर व आकर्षक बनायें, उस पर अमृत वाटिका लगवायें। विलुप्त नदियां व नालों को मनरेगा के माध्यम से पुनर्जीवित कराएं।
सरकारी योजनाओं पर गरीबों का पहला हक
डिप्टी CM केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सरकार के पास जो संसाधन है उस पर गरीबों का पहला हक है। इसलिए सरकारी योजनाओं का लाभ गरीबों को दें लेकिन उन्हें काम करने के लिए प्रेरित भी करें। उन्होंने कहा कि हर घर नल से अभियान चल रहा है। उसकी प्रशंसा की जगह आलोचना हो रही है। इसलिए जो लोग पाइप बिछाने का काम कर रहे हैं सड़क बनाकर सौंपने की जिम्मेदारी भी उनकी है। यह भी हमें देखना है। गांव से भागकर लोग शहर आयें इसे रोकना होगा।