राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी NIA की विशेष अदालत ने कानपुर में हुए शिक्षक हत्याकांड में प्रतिबंधित आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट से जुड़े दो आतंकियों को दोषी करार दिया है। स्पेशल NIA कोर्ट ने दो आतंकियों आतिफ मुजफ्फर और मोहम्मद फैसल खान को लोगों में डर और आतंक फैलाने की साजिश के तहत सात साल पहले एक शिक्षक की हत्या के मामले में दोषी पाया है। वहीं कोर्ट कानपुर नगर निवासी इन दोनों आतंकियों को 11 सितंबर को सजा सुनाएगा।
बता दें कानपुर के स्वामी आत्मप्रकाश ब्रह्मचारी जूनियर हाईस्कूल के शिक्षक रामबाबू शुक्ला की 24 अक्टूबर, 2016 को निर्मम हत्या कर दी गई थी। वह साइकल से घर लौट रहे थे। आतंकियों ने कानपुर के प्योंदी गांव के पास उन पर हमला कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया था। इसके बाद पुलिस ने भोपाल से IS से जुड़े आतंकी आतिफ और कानपुर से फैसल को गिरफ्तार किया था। तीसरे आतंकी मोहम्मद सैफुल्ला की 7 मार्च, 2017 की रात को लखनऊ के फैजुल्लागंज स्थित हाजी कॉलोनी में आतंकवाद निरोधक दस्ते के साथ मुठभेड़ में मारा गया था। वहीं मुठभेड़ स्थल से हथियार, कारतूस, बम बनाने का सामान और प्रतिबंधित आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट का झंडा बरामद हुआ था।
NIA ने विस्तृत जांच के बाद 12 जुलाई, 2018 को दोनों आरोपितों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था। राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी के अनुसार आरोपित प्रतिबंधित वैश्विक आतंकवादी संगठन के प्रभाव में काम कर रहे थे। और उन्होंने हिंसक कृत्यों के माध्यम से हिंदुओं को निशाना बनाकर आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की साजिश रची थी।