बाबा विश्वनाथ की नगरी वाराणसी में गुरुवार को राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम की 73वीं वर्षगांठ पूरे उत्साह के साथ मनाई गई। सामाजिक संस्था प्रणाम् वन्देमातरम् समिति के अध्यक्ष अनूप जायसवाल के नेतृत्व में जुटे कार्यकर्ताओं ने लक्ष्मी कुण्ड स्थित समाधान पार्क में भारत माता और गीत के रचयिता बंकिम चंद्र चटर्जी के चित्र पर माल्यार्पण किया। इस दौरान वन्दे मातरम गीत का सामूहिक गायन हुआ।
समिति के अध्यक्ष अनूप जायसवाल ने कहा कि वन्दे मातरम् गीत संन्यासी क्रांति की भूमिका पर लिखे उपन्यास ‘आनंद मठ’ नामक पुस्तक से लिया गया था, जो आगे चलकर भारत के स्वतंत्रता संग्राम के बलिदानियों के लिए प्राण वायु व ऊर्जा का स्रोत बना। बंकिम चंद्र चटर्जी द्वारा रचित ये राष्ट्रीय गीत हर भारतीय को राष्ट्र भक्ति के भावनात्मक स्तर पर ले जाता है। ऐसे राष्ट्र भक्ति के गीत को लिखने वाले बंकिम चंद्र चटर्जी भारत के इतिहास में अमर हो गए। आज ही के दिन सन 1950 में पहली बार बंकिम चंद्र चटर्जी द्वारा लिखे गए राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम को देश की संसद में गाया गया था।