जालौन के डीपीआरओ कार्यालय में लाखों के घोटाले का मामला सामने आया है। विकास भवन में डीपीआरओ कार्यालय में हुए लाखों के घोटाले का खुलासा करते हुए मुख्य विकास अधिकारी भीम उपाध्याय ने बताया कि उनके द्वारा आकस्मिक निरीक्षण के दौरान व्यय विवरण रजिस्टर में खामियां नजर आईं थीं। प्रचार प्रसार एवं भारत स्वच्छता मिशन के तहत किए गए चार ट्रांजेक्शन ऐसे पाए गए, जिसमें तत्कालीन अधिकारियों द्वारा लाखों की धनराशि की बंदरबांट की गई।
मुख्य विकास अधिकारी भीम उपाध्याय ने बताया कि उन्होंने 8 सितम्बर 2023 को डीपीआरओ कार्यालय का सुबह 11:30 बजे निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पूरे 58 लाख 98 हजार 544 रुपए का गबन पाया गया। उन्होंने बताया कि प्रपत्रों के आधार पर चार ट्रांजेक्शन संदिग्ध पाए गए। उन्होंने बताया कि उक्त गड़बड़ी में पूर्व डीपीआरओ अभय कुमार यादव और उनके कंप्यूटर ऑपरेटर की संलिप्तता नजर आई। जो राशि गड़बड़ मिली उसमें उक्त राशि का पहला ट्रांजेक्शन सफाईकर्मी विकेंद्र सिंह पुत्र गंगाराम साहू के खाते में 30-10-2022 को 6 लाख 30 हजार, 2-12-22 को 8 लाख 87 हजार और 18-01-2023 को 35 लाख 51 हजार 544 रुपए भेजे गए। इसी तरह एक शैलेन्द्र कुशवाहा नाम के व्यक्ति के खाते में 8 लाख 30 हजार रुपए 15-10-2022 को भेजा गया। इसमें गबन का मामला उजागर हुआ। सीडीओ ने बताया कि डीएम चांदनी सिंह ने उक्त मामले में रिपोर्ट दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं।