जालौन- विकास खंड कोंच में ग्राम विकास अधिकारी के पद पर तैनात वसीम खान की पहली पत्नी शमा अपने अधिकार को लेकर न्याय की आस में दर-दर भटक रही हैं। पीड़ित महिला ने न्याय पाने के लिए स्थानीय पुलिस प्रशासन के साथ ही मुख्यमंत्री, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, महिला आयोग को भी पत्र प्रेषित किया है। जानकारी के अनुसार कोंच ब्लॉक में पदस्थ पंचायत सचिव वसीम खान ने अपनी पहली पत्नी को अंधेरे में रखकर दूसरी शादी रचा डाली। दोनों पत्नियों को अलग-अलग रख कर गुमराह करने वाले पति की जब कहानी उजागर हुई तो पांच सितम्बर को हंगामा खड़ा हो गया था।
पहली पत्नी शमा ने उसके सरकारी आवास का ताला तोड़कर जब अंदर घुसने की कोशिश की तो अधिकारियों ने उसे ताला तोड़ने से रोक दिया था। वसीम की पहली पत्नी शमा छिपठहरी बांदा की रहने वाली हैं। उन्होंने इस मामले में कोतवाली पुलिस को शिकायती पत्र दिया था। इस पर पुलिस ने वसीम को बुलाकर दोनों के बीच समझौता कराया था। लिखित समझौता हुआ था कि वसीम शमा को अपने साथ रखेगा। लेकिन कोतवाली से निकल कर ब्लॉक पहुंचने पर वह शमा को बीच रास्ते में छोड़कर भाग गया था। वसीम पहली पत्नी को किराए के घर में रखता है। जबकि दूसरी बीवी को साथ में लेकर रहता है। इस मामले को लेकर शमा भयभीत है और न्याय की आस में उच्चाधिकारियों से गुहार लगा रही है। मुस्लिम पर्सनल लॉ के कारण शमा को न्याय मिल भी पाएगा या नहीं कहना मुश्किल है।