उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बुंदेलखंड को देश के औद्योगिक मानचित्र पर स्थापित करने की योजना को धरातल पर उतारने का प्रयास शुरू हो गया है। जिस तरह नोएडा प्राधिकरण ने प्रगति की, उसी तरह बुंदेलखंड औद्योगिक विकास प्राधिकरण को विकसित करने की योजना है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में मंगलवार को लोकभवन में आयोजित कैबिनेट बैठक में बुन्देलखण्ड औद्योगिक विकास प्राधिकरण के लिए बोर्ड गठन और जमीन खरीदने के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की गई। मंत्री नन्दी ने कहा कि बुंदेलखंड औद्योगिक विकास प्राधिकरण के अंतर्गत 16,565 हेक्टेयर भूमि का विकास किया जाएगा। नोएडा अथॉरिटी की तर्ज पर बुंदेलखंड विकास प्राधिकरण का विकास किया जाएगा, जिसके लिए झांसी के 33 गांव से भूमि अर्जित की जाएगी। भूमि अर्जन की प्रक्रिया 06 महीने के अंदर पूरी कर लेने का लक्ष्य रखा गया है। योजना के पहले चरण में 13 गांव की 6115 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण और विकास किया जाएगा।
मंत्री नन्दी ने कहा कि पिछली सरकारों के उपेक्षात्मक रवैये के कारण बुन्देलखण्ड क्षेत्र खनिज सम्पदा से भरपूर होने के बावजूद विकास से अछूता बना हुआ था। लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस वे निर्माण के साथ ही झांसी डिफेंस कॉरिडोर के साथ बुन्देलखण्ड अब विकास की यात्रा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। बुन्देलखण्ड विकास प्राधिकरण बोर्ड गठन को मंजूरी मिलने से विकास में और तेजी आएगी। बुन्देलखण्ड औद्योगिक विकास प्राधिकरण के गठन पर खर्च के लिए 5000 करोड़ की धनराशि पहले ही स्वीकृत की जा चुकी है।