मुरादाबाद में बीते शनिवार और रविवार को दो दिन हुई बारिश और खो बैराज व हरवेली बैराज से तीन दिन पहले छोड़े गए करीब 90 हजार क्यूसेक पानी के यहां पहुंचने के साथ ही नदी का जलस्तर तेजी के साथ बढ़ने लगा है। इसका संज्ञान लेते हुए प्रशासन ने अलर्ट घोषित कर दिया है। मुरादाबाद में रामगंगा का जल स्तर बुधवार की शाम चार बजे बढ़ कर 190.50 मीटर तक पहुंच गया जबकि रामगंगा का खतरे का निशान 190.60 मीटर है। इस तरह नदी चेतावनी बिंदु से नदी का जल स्तर सिर्फ नौ सेंटीमीटर नीचे हैं।
बाढ़ खंड के अधिकारियों के मुताबिक, यह पानी रात में और बढ़ सकता है। बाढ़ खंड की इस सूचना के बाद प्रशासन ने भी अलर्ट जारी कर दिया है। जिले के प्रशासनिक अधिकारियों ने अधीनस्थ अधिकारियों को बाढ़, अतिवृष्टि की आपदा से निपटने के लिए बचाव एवं राहत कार्य के लिए अधीनस्थ अधिकारियों को अलर्ट रहने को कहा है। सभी को निर्देश दिए गए हैं कि वह संवेदनशील ग्रामों में रहने वाले दिव्यांगों, बच्चों, गर्भवती महिलाओं, गंभीर बीमारी से ग्रसित व्यक्तियों का डेटा तैयार कर लें ताकि बाढ़ की स्थिति में सबसे पहले उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा सके। बाढ़ चौकियों पर सभी व्यवस्थाएं चुस्त, दुरुस्त रखने के भी निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इसमें किसी तरह की लापरवाही क्षम्य नहीं होगी। बाढ़ खंड के सहायक अभियंता सुभाष चंद्र ने बताया कि रात्रि में अगर बारिश नहीं हुई तो गुरुवार से जल स्तर घटने लगेगा। फिलहाल अभी बाढ़ के हालात नहीं है, लेकिन इसके बाद भी बाढ़ खंड की टीम स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। टीम के सभी अधिकारियों को क्षेत्र में नजर रखने को कहा गया है।