अयोध्या में श्रीराम मन्दिर के निर्माण के साथ ही उसे विश्वस्तरीय पर्यटन नगरी के रूप में भी विकसित किया जा रहा है। यहां जैसे-जैसे राम मंदिर का निर्माण कार्य आगे बढ़ रहा है, वैसे-वैसे श्रद्धालुओं की संख्या में भी इज़ाफा हो रहा है। विभिन्न प्रांतों से आने वाले श्रद्धालुओं के अलावा यहां विदेशों से भी बड़ी संख्या में पर्यटकों के आने की संभावनाएं हैं। अयोध्या में श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ को देखते हुए देश की जानी-मानी होटल कंपनी ओबेरॉय ग्रुप व ताज ग्रुप ने यहां होटल बनाने के लिए पंजीकरण कराया है।
अयोध्या में ताज सहित अब तक 42 होटलों को स्वीकृति मिल चुकी है। होटलों के निर्माण से रामनगरी में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, साथ ही आर्थिक समृद्धि भी बढ़ेगी। अयोध्या में बन रहे राम मंदिर का काम अगले साल तक पूरा हो जाएगा। जनवरी 2024 से मंदिर के दरवाजे आम जनता के लिए खोल दिए जाएंगे। वहीं अयोध्या में बन रहे इंटरनेशनल एयरपोर्ट का काम भी दिसंबर तक लगभग पूरा हो जाएगा। इसके अलावा अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। अयोध्या रेलवे स्टेशन को भी विश्व स्तरीय दर्जे का रेलवे स्टेशन बनाया जा रहा है। इन सब के पीछे योगी सरकार की मंशा है कि अयोध्या में अधिक से अधिक पर्यटन को बढ़ावा मिल सके, जिससे सरकार की आय के साथ-साथ लोगों की बेरोजगारी भी दूर हो सके।
अब तक जिन होटलों को मंजूरी मिली हैं उनमें अधिकतर फाइव स्टार होटल हैं। जबकि कुछ थ्री स्टार होटल भी हैं। ताज ग्रुप को इस्माइलपुर, गोंडा में होटल के लिए जमीन दिए जाने की योजना है। पर्यटन अधिकारी आरपी यादव ने बताया कि सरयू पुल के पार करीब 10 किमी. की दूरी पर स्थित इस्माइलपुर में ताज ग्रुप ने जमीन चिन्हित की है, वहीं होटल निर्माण की उनकी योजना है। इस क्षेत्र में रॉयल हेरिटेज व ड्रीम लैंड होटल पहले से हैं। अब वहां कई अन्य होटलों के लिए भी जमीन आवंटित की जाएगी।