मेरठ के दौराला में सिर कटा शव मिलने के बाद मुजफ्फरनगर के नोना गांव के एक परिवार ने उसे अपने बेटे मोंटी का शव बताया, लेकिन अंतिम संस्कार से ठीक पहले उन्हें पता चला कि मोंटी जिंदा है और वो शव किसी और का है। छानबीन के दौरान 28 अगस्त को अपनी प्रेमिका के साथ घर से गायब हुआ मोंटी पुलिस को बुधवार यानि 13 सितंबर की देर रात चंडीगढ़ में मिला। इसके बाद से पुलिस उस शव की शिनाख्त करने में जुट गई है, जिसको वे मोंटी का शव समझ रहे थे। इस मामले में मोंटी से भी पूछताछ की जा रही है।
दरअसल दौराला में 9 सितंबर को कृषि विश्वविद्यालय-पबरसा मार्ग पर पुलिस को नाले में एक सिर कटा शव मिला था। शव की शिनाख्त ना हो पाने पर पुलिस ने पता लगाने के लिए उसकी फोटो इंटरनेट पर डाल दी थी। इसके साथ ही आसपास के जिलों दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड की पुलिस के साथ भी जानकारी साझा की थी। बुधवार को मुजफ्फरनगर जनपद के मंसूरपुर के नोना गांव के रहने वाले एक परिवार ने शव की पहचान अपने बेटे मोंटी के रूप में की और शव को अंतिम संस्कार के लिए ले गए। अंतिम संस्कार से ठीक पहले उन्हें पता चला कि वो शव उनके बेटे मोंटी का नहीं है, बल्कि वो जिंदा है। बुधवार की देर रात पुलिस ने चंडीगढ़ में मोंटी को प्रेमिका के साथ घूमते हुए पकड़ लिया और गुरुवार की सुबह पुलिस उन्हें दौराला ले आई। इसके साथ ही मंसूरपुर से शव को भी दौराला थाने लाया गया। बता दें कि मोंटी 28 अगस्त को अपनी प्रेमिका के साथ घर से गायब हो गया था। लड़की के परिजनों ने मोंटी पर बेटी के अपहरण का आरोप लगाते हुए मंसूरपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया था।