सनातन धर्म पर अमर्यादित टिप्पड़ी करने वाले पूर्व मंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रिय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्या के सनातन धर्म को लेकर बोल बदल गए हैं। पिछले बयान में सनातन धर्म की उत्पत्ति पर सवाल उठाने वाले और इसे ब्राहमणवाद बताने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य ने अब सनातन धर्म को व्यावहारिक सत्य है बताया है। उन्होंने लिखा है कि सनातन सत्य है, शास्वत् है, व्यावहारिक है, वैज्ञानिक है। यही नहीं उन्होंने आगे लिखा सनातन, सनातन था, है और आगे भी रहेगा।
ट्वीट में लिखा सनातन सत्य
आज ट्वीट करते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य ने लिखा है कि, “सनातन एक ऐसा व्यावहारिक सत्य है, जो प्रत्येक देश-काल, परिस्थिति में अपने गुणों व कार्यों से जीवनन्तता बनाये रखता है। सनातन सत्य है, शास्वत् है, व्यावहारिक है, वैज्ञानिक है जैसे सूर्य हमें प्रकाश देता है, लाखो साल पहले भी देता था और आगे भी देता रहेगा। पृथ्वी, वायु, जल, नभ ये सभी हमें जीवन देतें हैं, ये पहले भी देतें रहे हैं और आगे भी देतें रहेंगे, यही सनातन है। प्रत्येक बच्चा माँ की पेट से पैदा होता है, यह सनातन है। मानवता का सम्मान, समता का व्यवहार, सबको न्याय ही सनातन है।
न हि वेरेन वेरानि, सम्मन्तीध कु दाचनं।
अवेरेन च सम्मन्ति, एस धम्मो सनन्तनो।। (धम्मपद, बुद्धोपदेश)
सनातन, सनातन था, है और आगे भी रहेगा। जाति-पांति, छुआछूत, ऊंच-नीच, भेदभाव, विषमता, ढोंग-ढकोसला, कुरीतियाँ तथा मुँह से ब्राह्मण, बाहु से क्षत्रिय, जंघे से वैश्य, पैर से शूद्र की उत्पत्ति बताना, सनातन नहीं अपितु मानवता के लिए अभिशाप व कैंसर से भी ज्यादा ख़तरनाक बीमारी है।”
सनातन धर्म पर मौर्य की अमर्यादित टिप्पड़ी से हिन्दू नाराज
सनातन धर्म पर पहले की गई स्वामी प्रसाद मौर्य की टिप्पड़ी से हिन्दू समाज में रोष व्याप्त है। मेरठ में पशुराम स्वामी सेवा के पदाधिकारीयों ने कोतवाली में शिकायती पत्र देते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की। उन्होंने बताया कि कुछ दिन पूर्व सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने हिंदू धर्म पर टिप्पणी की थी। जिससे हिंदू धर्म के लोगों की भावना आहत हुई थी। उनका कहना है कि ऐसे धर्म व जाति विशेष का अपमान करने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान से अत्यंत दुख और मानसिक हानि हुई।