हांगकांग से नेपाल में हुई एक क्विंटल सोने की तस्करी मामले में जांच एजेंसी केन्द्रीय अनुसंधान ब्यूरो (सीआईबी) ने काठमांडू की जिला अदालत में चार्जशीट दाखिल की है। इस चार्जशीट में फर्जी चीनी कंपनी बनाकर 302 किलो सोने की तस्करी किए जाने का खुलासा किया गया है।
जिला अदालत काठमांडू में दायर चार्जशीट में सीआईबी ने कहा है कि चीनी नागरिकों ने हांगकांग में फर्जी कंपनी बनाकर ब्रेक शू आयात करने के बहाने नेपाल में सोने की तस्करी की है, जिसमें से एक क्विंटल सोना बरामद किया गया था। इस समूह ने पिछले तीन महीने में 302 क्विंटल सोने की तस्करी की है। सीआईबी प्रमुख एआईजी किरण बज्राचार्य ने बताया कि 302 किलो सोने की तस्करी के पुख्ता प्रमाण सहित चार्जशीट दाखिल की गई है।
अदालत में दायर चार्जशीट में बताया गया है कि कैसे हांगकांग से सोने की खेप विभिन्न तरीके से नेपाल लाई जाती थी और नेपाल में सोना को गलाकर अलग-अलग रूप में उसको भारत के विभिन्न शहरों में भेजा जाता था। इसके लिए चीनी नागरिकों का एक समूह हांगकांग में रहता था, जो वहां सोना इकठ्ठा करके नेपाल भेजता था। इसके लिए हांगकांग में चार बड़े गोदाम भाड़े पर लेकर इस काम को अंजाम दिया जाता था।
तस्करी से जुड़ा चीनी नागरिकों का एक समूह नेपाल में रहता था, जो हांगकांग से आई सोने की खेप को विमानस्थल से बाहर निकाल कर अलग-अलग ठिकानों पर छिपा कर रखता था। सीबीआई की चार्जशीट के मुताबिक हांगकांग से आए सोने को गलाने के लिए नेपाल में चार बड़ी मशीन रखी गई थीं। नेपाल में सोने को गलाकर बिस्किट के शेप में बनाकर भारत भेजा जाता था।
कोर्ट में दाखिल चार्जशीट में यह भी कहा गया है कि चीनी नागरिकों का एक समूह भारत में भी सक्रिय था, जो वहां के व्यापारियों के संपर्क में रहकर नेपाल से सोने की खेप आने पर उसको बेचने का सारा प्रबंध करता था। इस चार्जशीट में 15 चीनी नागरिकों, चार भारतीय नागरिकों सहित कुल 50 लोगों को नामजद किया गया है। इनमें 32 आरोपित सीआईबी की हिरासत में हैं, जबकि 18 अभी भी फरार हैं।