अमेठी के मुंशीगंज में स्थापित संजय गांधी चिकित्सालय के सीईओ सहित चार लोगों के खिलाफ इलाज में लापरवाही बरतने के आरोप में मुकदमा दर्ज हुआ है। केस दर्ज होने के बाद अस्पताल परिसर में भारी संख्या में पुलिस व पीएसी मौजूद रही। दरअसल रामशाहपुर गांव की रहने वाली युवती दिव्या का 14 सितंबर को पथरी का ऑपरेशन हुआ था। ऑपरेशन के दौरान इंजेक्शन लगाए जाने के बाद दिव्या की हालत गंभीर हो गई थी और उसे लखनऊ रेफर कर दिया गया था। 16 सितंबर को लखनऊ में ही दिव्या की मौत हो गई थी। इसके बाद में परिजनों ने शव को संजय गांधी अस्पताल के गेट पर रखकर प्रदर्शन किया। इस दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी पुलिस बल अस्पताल गेट और परिसर में तैनात रहा। प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद परिजनों ने प्रदर्शन खत्म किया।
संजय गांधी अस्पताल के सीईओ अवधेश शर्मा, जनरल सर्जन डॉ मो. रजा, एनेस्थीसिया विशेषज्ञ डॉ सिद्दीकी, फिजिशियन डॉ शुभम द्विवेदी के खिलाफ मुंशीगंज थाने में इलाज में लापरवाही की धारा के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। मुंशीगंज थाने के प्रभारी निरीक्षक अखंड देव मिश्रा ने यह जानकारी दी। दिव्या के पति अनुज शुक्ला का आरोप है जब उन्होंने अपनी पत्नी को अस्पताल में ऑपरेशन के लिए भर्ती कराया, तो वह पूरी तरह से ठीक थी। सभी जांचे नॉर्मल थीं, उनकी पत्नी को एनेस्थीसिया का ओवरडोज़ इंजेक्शन देने से हालत बिगड़ी और मौत हो गई। उनकी पत्नी जब संजय गांधी अस्पताल में थी, तो आईसीयू में गंभीर हालत के दौरान उसे हार्ट अटैक भी पड़ा और नाक से खून आया था।
वहीं यूपी के उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने संजय गांधी अस्पताल में लापरवाही के चलते हुई महिला मरीज की मौत के मामले में ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा कि संजय गांधी अस्पताल मुंशीगंज, अमेठी में डॉक्टर की लापरवाही के चलते महिला मरीज की मृत्यु होने संबंधी प्रकरण का तत्काल संज्ञान लेते हुए मेरे द्वारा दिए गए आदेश के क्रम में सीएमओ अमेठी द्वारा तत्काल तीन सदस्यीय कमेटी से प्रारंभिक जांच कराई गई। चिकित्सालय प्रशासन को क्लीनिकल एक्ट के अंतर्गत स्पष्टीकरण हेतु नोटिस निर्गत करने के आदेश दिए गए हैं।