कानपुर में आज से प्रथम पूज्य गणपति बप्पा की प्रतिमाओं का स्थापना शुरू हो चुकी है। कुछ स्थानों पर सोमवार को ही प्रतिमाओं की स्थापना कर दी गई थी। यहां लगाई गई भगवान गणेश की प्रतिमाएं भव्यता के साथ-साथ लोगों को असीम ऊर्जा प्रदान कर रही है। कानपुर नगर के नवाबगंज, मोतीझील, लाजपत नगर, पांडु नगर, साकेत नगर, बाबूपुरवा, किदवई नगर, कल्याणपुर, रावतपुर, लाजपत नगर, दर्शन पुरवा, गोविंदपुर एवं जूही में गणपति की प्रतिमा लगाई गई है।
पौराणिक कथा के अनुसार महर्षि व्यास जिस गति से सोच रहे थे, उस गति से वे लिख नहीं पा रहे थे। इससे परेशान होकर उन्होंने भगवान गणेश को पुकारा। उनकी प्रार्थना सुनकर गणेश जी प्रकट हुए और उनके महाभाष्य को दस दिन में पूरा कर दिया। भगवान गणेश को पहला आशुलेखक माना जाता है। इस कारण से लोग इन 5 से 7 दिनों तक गणपति की मूर्ति की स्थापना करते हैं और उनका पूजन करते हैं।