मौसम विज्ञान विभाग के लखनऊ केंद्र ने उत्तर प्रदेश के 33 जनपदों मने 24 घंटों के लिए तेज बारिश के साथ वज्रपात की चेतावनी जारी है। वहीं बंगाल की खाड़ी में बने नए चक्रवात से उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश के आसार बने हैं। इसी के चलते मंगलवार को लखनऊ व कानपुर जनपद में तेज बारिश हुई। कानपुर स्थित चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस.एन. सुनील पांडेय ने भी प्रदेश के 29 जिलों में तेज हवाओं के साथ बारिश की चेतावनी जारी की है।
उन्होंने बताया कि सितम्बर महींने में अब तक 109.30 फीसदी बारिश हुई है। हालांकि यह औसत बारिश से चार फीसदी अभी कम है। बीते 07 से 13 सितम्बर के बीच सबसे अधिक बारिश 95 फीसदी उप्र. में दर्ज की गई। इस समय हुई बारिश के चलते धान की फसलों को सबसे अधिक लाभ होगा।
उन्होंने बताया कि बीते एक सप्ताह में हुई बारिश की बात की जाए तो उत्तर प्रदेश ने उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश को भी पीछे छोड़ दिया। देश में सबसे अधिक बारिश वाले राज्य मेघालय को भी पछाड़ कर 95 फीसदी अधिक बारिश रिकॉर्ड दर्ज किया है। उत्तराखंड में जहां 46 फीसदी बारिश हुई, वहीं हिमाचल में 80 प्रतिशत कम बादल बरसे। मध्य प्रदेश में 99 प्रतिशत महाराष्ट्र में 74 प्रतिशत और केरल में 92 प्रतिशत बारिश का रिकॉर्ड दर्ज किया गया।
पाण्डेय ने बताया कि मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि रामपुर, बरेली, पीलीभीत, लखीमपुर, बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, महाराजगंज, बस्ती, संतकबीरनगर, गोरखपुर, देवरिया, अंबेडकरनगर, सुलतानपुर, प्रतापगढ़, जौनपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, गाजीपुर, कौशांबी, फतेहपुर, बांदा, चित्रकूट, कौशांबी, वाराणसी, सोनभद्र, चंदौली में आंधी-बारिश के आसार हैं।
उन्होंने बताया कि पश्चिम बंगाल की खाड़ी में एक और चक्रवात सक्रिय हो रहा है। यह अभी उत्तर पश्चिम बंगाल में बना हुआ है। इसके चलते देश के कई हिस्सों में बारिश हो रही है। चक्रवात के अगले दो दिनों के दौरान दक्षिण-पश्चिम राजस्थान में दक्षिण-पश्चिम दिशा में बढ़ने की संभावना है। यूपी में भी इसका असर देखने को मिलेगा।