फतेहपुर कलेक्ट्रेट में स्थित महात्मा गांधी सभागार में जिलाधिकारी श्रुति की अध्यक्षता में मुख्यमंत्री प्रगतिशील पशुपालक प्रोत्साहन योजना की बैठक हुई। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने सरकार द्वारा दुग्ध गौ पालकों को दस से पंद्रह हजार रुपए प्रोत्साहन स्वरूप दिए जाने की जानकारी दी। उन्होंने दुग्धशाला विकास विभाग द्वारा नवीन योजना के तहत संचालित “नन्द बाबा दुग्ध मिशन” के अन्तर्गत ”मुख्यमंत्री प्रगतिशील पशुपालक प्रोत्साहन योजना” एवं “प्रारम्भिक दुग्ध सहकारी समिति के गठन” कार्यक्रम की विस्तार से चर्चा की।
डीएम ने कहा कि शासन की मंशानुरूप प्रारम्भिक दुग्ध सहकारी समिति का गठन,, प्रत्येक विकास खंड के अनुसार किया जाए। उन्होंने कहा कि सहकारिता पर आधारित दुग्ध विकास कार्यक्रम के तहत जनपद के ग्रामीण अर्थ व्यवस्था को सुदृढ़ किया जाए, ताकि ग्रामीण जनजीवन से गरीबी उन्मूलन, रोजगार सृजन एवं जनपद के त्वरित औद्योगिकीकरण के साथ ही ग्रामीण अर्थव्यवस्था को अनवरत विकास में सहयोग मिले। किसानों को उनके दूध का लाभकारी मूल्य दिलाने एवं कृषि आधारित औद्योगिक ढांचे को सुदृढ़ बनाने में दुग्ध विकास विभाग अपना सकारात्मक सहयोग दे। मुख्यमंत्री प्रगतिशील पशुपालक प्रोत्साहन योजना के तहत प्रगतिशील पशुपालकों को उन्नत नस्ल की स्वदेसी गायों यथा गिरि, साहीवाल, हरियाणा, गंगा तीरी एवं थारपारकर से निर्धारित मानक पर दुग्ध उत्पादन करने पर प्रति पशु प्रोत्साहन राशि 10 हजार से 15 हजार रुपए तक देने के साथ ही प्रमाण पत्र भी दिया जाए।